नहीं मिला इंसाफ तो कर लूंगी आत्महत्या
तलाक से पीड़ित महिला साज़रुन निशा ने बताया कि उसके पति शमसेर खान ने उसे फ़ोन पर तलाक दे दिया है। उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई है। तलाक मिलने के बाद जब मैं रुपईडीहा थाने गई तो वहां मुझे पुलिस वालों ने भाग दिया। साजरुन का कहना है कि अगर इंसाफ नही मिलेगा तो वह आत्महत्या कर लेगी। रामपुर निवासी झब्बार खां ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी साज़रुन निशा की शादी थाना नाबबगंज इलाके के ग्राम बघमरी निवासी समसेर के साथ मुस्लिम रीति रिवाज से की थी। शादी के बाद उनकी बेटी को शमशेर मुम्बई ले गया, वहीं दोनों रहते थे। अभी एक महीने पहले मेरी बेटी को मुम्बई से लाकर छोड़कर चुपके से भाग गया और मेरी बेटी को शमशेर ने मोबाइल फ़ोन पर तीन बार तलाक दे दिया है। झब्बार कहते हैं कि मै विकलांग हूं, कैसे अपनी बेटी की जीविका चलाऊं। मैं अपनी बेटी को थाने व एसपी के पास लेकर गया मगर वहां हमारी नहीं सुनी गई।
मार-पीट कर दिया तलाक
वहीं इसी गांव की रहने वाली दूसरी तलाक पीड़ित महिला सबीना ने बताया कि उसके पति मुश्ताक ने बुरी तरह से मारपीट कर भगा दिया है और उसके बाद मुझे तलाक दे दिया है। इसके बाद वह अपने पिता के साथ रुपईडीहा थाने और रामगांव थाने गई तो वहां से उसे भगा दिया गया। सबीना के पिता याकूब ने बताया कि उन्होंने डेढ़ साल पहले दो बीघे जमीन बेंच कर अपनी बेटी की शादी सुभानपुरवा निवासी मुश्ताक के साथ की थी। मगर आये दिन उनकी बेटी को परेशान किया जाता था। जब बेटी ने मुझे फ़ोन कर कहा कि मुझे यहां बहुत मारा-पीटा जा रहा है तो मैं बेटी को लेने सुभानपुरवा गया। इस पर मुश्ताक ने तीन बार मेरी बेटी को तलाक दे दिया। उसके बाद वह अपनी बेटी के साथ रुपईडीहा थाने व रामगांव थाने गए मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। रामगांव थाने से डांट कर भगा दिया गया। उधर पुलिस का कहना है है कि रुपईडीहा थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।