जानकारी के मुताबिक मृतक अशोक पंजाब में ड्राइवरी का काम करके काफी अर्से से अपना व परिवार का पेट पाल रहा था और जल्द ही वो अपने गौने की तारीख पर पत्नी को विदा कराने के मकशद से पंजाब से चलकर अपने गाँव आया हुआ था. माजरा कुछ यूँ है की मृतक अशोक अपने गौने का निमंत्रण देने के लिये अपने भाई की ससुराल रुपईडीहा इलाके में बीते मंगलवार के दिन गया था और भाई के ससुराल वालों को न्योता देने के उपरांत देर रात वापस अपने गांव की तरफ आ रहा था, तभी जब वो पड़ोस गाँव डलईपुरवा के पास पहुंचा तो गाँव के ग्रामीणों ने अशोक को चोर समझ कर घेराबन्दी कर सरे राह पकड़ लिया, फिर क्या था देखते ही देखते मौके पर स्थानीय ग्रामीणों का तगड़ा हुजूम एकाएक इकट्ठा हो गया, इसी बीच आक्रोशित ग्रामीणों के चंगुल में फंसे अशोक को ग्रामीणों ने भरे गाँव के बीच चोर समझ कर लाठी, डंडे व लात घूंसे से इस कदर पीट पीट कर अधमरा कर डाला की मौके पर ही बेहोश हो गया. मौके पर पहुची स्थानीय थाने की पुलिस टीम ने बेहोशी के साथ ही खून से लतपथ अवस्था में घायल अशोक को इलाज के लिये जिला अस्पताल में तत्काल भर्ती कराया, जिसका लगातार इलाज चल रहा था लेकिन घटना के 4 दिनों के अंतराल के बाद आखिर उसी दिन अशोक का दम निकल गया जिस दिन उसकी शादी का गौना आने वाला था.
परिजनों का आरोप चोर बताकर उतार दिया मौत के घाट नवाबगंज के शिवनगरा गाँव निवासी मृतक अशोक के परिजनों का आरोप है की अशोक का 23 सितम्बर को गौना आना तय था जिसके गौने की तैयारियां घर में बड़े धूम धाम से चल रही थी. वहीँ मेहमानों को निमन्त्रण बाटने का काम स्वयं अशोक कर रहा था और जल्द ही वो अपने गौने के लिये पंजाब से बहराइच आया था, लेकिन बीते मंगलवार के दिन जब वो अपने भाई के ससुराल में निमंत्रण देकर वापस आ रहा था तभी पड़ोस गाँव डलईपुरवा के ग्रामीणों ने चोर समझ कर पकड़ लिया और फिर तमाशबीनों के बीच भरे गांव में इस कदर अशोक के साथ पिटायी की गौने से पहले अशोक की रूह हमेशा के लिये उसके बदन से रुख्शत हो चली. अशोक के साथ हुयी इस तरह की हृदय विदारक घटना से इलाके के लोग भी बुरी तरह सहम गए हैं, वहीँ मृतक के परिजनों की तहरीर पर नवाबगंज थाने की पुलिस मामले की जांच में बड़ी गंभीरता के साथ जुटी हुयी है.