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जिस चंदन नदी में पानी नहीं वहां नपा कर रही 11 करोड़ खर्च

locationबालाघाटPublished: Feb 28, 2019 05:53:26 pm

Submitted by:

mukesh yadav

शहर की करीब 20 हजार की आबादी की प्यास बुझाने के लिए नगर परिषद नल-जल योजना पर अनुमानित 11 करोड़ 31 लाख रुपए खर्च कर रही है।

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जिस चंदन नदी में पानी नहीं वहां नपा कर रही 11 करोड़ खर्च

बालाघाट/कटंगी। शहर की करीब 20 हजार की आबादी की प्यास बुझाने के लिए नगर परिषद नल-जल योजना पर अनुमानित 11 करोड़ 31 लाख रुपए खर्च कर रही है। लेकिन इतनी बड़ी राशि खर्च करने के बावजूद भी नगर की जनता को दो वक्त का पानी मिलेगा या नहीं इस पर संशय बना हुआ है। दरअसल, नगर परिषद सूखी चंदन नदी से पानी लाने की तैयारी कर रही है। यह ठीक वैसी ही कोशिश है जैसे रेगिस्तान में कुंआ खोदकर पानी निकालना। बहरहाल, बता दें कि नगर परिषद ने इस योजना का प्राक्कलन तैयार कर ड्रांइग-डिजाइन अनुमोदन के लिए संचनालय नगरीय प्रशासन को भेज दिया है। टेंडर तक जारी हो चुका है, अब जैसे ही संचनालय हरी झंडी देगा। इस योजना पर कार्य शुरू हो जाएगा।
जानकारी अनुसार नगर परिषद सांवगी स्थित गंगा माई चंदन नदी से पानी लाने की तैयारी कर रही है। नपा सांवगी चंदन नदी पर एक स्टाप डेम का निर्माण करेगी। यह स्टॉप डेम 60 मीटर लंबा और 6 मीटर उंचा होगा। पत्रिका ने इस मामले की पड़ताल की है। जो बेहद चौकानें वाली है। जानकार हैरानी होगी कि नगर परिषद जिस स्थान से पानी लाने की तैयारी कर रही है वह स्थान पूरी तरह से सूखा हुआ है। गंगा माई के कुंड में पानी की एक बूंद नहीं है। नदी पर बने कुओं में केवल रेत ही रेत दिखाई दे रही है। जब स्थानीय ग्रामीणों से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि करीब 1 दशक से गंगामाई का कुंड बारिश के बाद कुछ ही दिनों में सूख जाता है। चंदन नदी में मात्र 15 दिन ही बमुश्किल पानी बहता है। ग्रामीणों की माने तो चंदन नदी में बेजा अतिक्रमण एवं खनन से नदी बर्बादी की कगार पर है। अब ऐसे में बड़ा सवाल तो यह है कि आखिरकार नपा इतनी बड़ी राशि ऐसी जगह पर क्यों खर्च कर रही है, जहां पानी का स्रोत ही मौजूद नहीं है।
जानकारों की माने तो 11 सौ 36 लाख रुपए की बड़ी राशि नपा जिस सूखी चंदन नदी पर नल जल योजना के नाम खर्च कर रही है। उससे नगर की जनता को दो वक्त का पानी मिलना बहुत मुश्किल है। अगर, चंदन नदी पर स्टॉप डेम का निर्माण कर पानी को रोकने की कोशिश भी की जाए तो यह बिलकुल भी संभव नहीं है कि पूरे वर्ष भर का पानी जुटाया जा सकें। चुकिं चंदन नदी जिन गांवों से होकर बहते हुए सांवगी तक पहुंचती है, उन तमाम गांवों में नदी पर खेत, ईट-भट्टों का निर्माण कर लिया गया है। लिहाजा जागरूक नागरिकों को चिंता सता रही है। जनता की मांग है कि नपा को इतनी बड़ी राशि खर्च करने के पूर्व विचार करने की जरूरत है। चुकिं एक बार पेयजल योजना पर राशि आवंटित होने के बाद करीब 50 सालों तक नपा को इस योजना के लिए राशि मिलना मुश्किल है।
इनका कहना है।
सांवगी चंदन नदी से पानी लाने की तैयारी नल जल योजना के अंतर्गत की गई है। प्रस्ताव तैयार कर अनुमोदन के लिए संचनालय को भेजा गया है। चंदन नदी पर स्टाप डेम बनाया जाएगा।
कीर्ति चौहान, उपयंत्री नगर परिषद कटंगी

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