एक चिंगारी तबाह कर देगी शहर
बालाघाटPublished: Apr 10, 2019 05:43:35 pm
४ ‘दमकल के भरोसे डेढ़ लाख की आबादी, बड़ी आग लगी तो मचेगी तबाही, लेनी पड़ेगी सिवनी, गोंदिया से मदद
एक चिंगारी तबाह कर देगी शहर
बालाघाट. शहर में रहने वाले वाशिंदे महफूस नहीं हैं। यहां पर कुटीर उद्योग, फैक्ट्री, मिलों की वजह से किसी बड़े अग्निकांड से इनकार नहीं किया जा सकता है। पिछले सालों में हुए अग्निकांड इस बात के गवाह हैं कि नगर पालिका के पास पर्याप्त दमकल नहीं हैं। बावजूद इसके नपा दमकल वाहनों को बाहर भिजवाते रहती है। शहर में घटित पिछले अग्निकांडो पर नजर दौड़ाए तो सच्चाई सामने आती है। बड़ी आगजनि होने पर हमें दूसरे शहरो पर आश्रित होना पड़ता है। वर्तमान में गर्मी का दौर शुरू है। ऐसे में आगजनि की घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी दमकल वाहनो की संख्या नहीं बढ़ाई गई है। सोमवार को हनुमान चौक की एक आइसक्रीम दुकान में भी आगजनि की घटना घटित हुई। लेकिन जब तक दमकल वाहन पहुंचता लाखों रूपए की नुकसानी हो चुकी थी।
डेढ़ की आबादी पर ३० कर्मी
शहर की डेढ़ लाख की आबादी में अग्नि हादसों को रोकने के लिए कहने को तो ४ दमकल और ३० कर्मचारी तैनात किए गए हैं, जो तीन शिफ्टों में कार्य करते हैं। इनमें से भी कोई कर्मचारी नियमित नहीं है। कर्मचारियों के नियमित नहीं होने से इन्हें फायर ट्रेनिंग इत्यादि भी नहीं दी जाती है। ऐसा कर कर्मचारियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा में चूंक की जा रही है।
फायर स्टेशन नहीं
करीब डेढ लाख की आबादी वाले शहर में एक फायर स्टेशन तक नहीं है। फायर स्टेशन नहीं होने से कुशल कर्मचारी भी तैनात नहीं किए गए हैं और न ही आग बुझाने के लिए अत्याधुनिक संसाधन दिए गए हैं, जबकि पोहा और चांवल की मिल होने की वजह से यह संवेदनशील क्षेत्रों में आता है। गर्मी और ठंड में आग लगने का खतरा रहता है। फायर दमकल के आंकड़ों से साफ है कि एक वर्ष में करीब ८० से ९० अग्निकांड हो ही जाते हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए नपा के पास पर्याप्त साधन नहीं हैं।
अलग दफ्तर की व्यवस्था भी नहीं
नगर पालिका परिसर में फायर बिग्रेड के लिए वर्तमान में कोई दफ्तर या गैरेज भी मुहैया नहीं कराया गया है। पूर्व में एक जर्जर दफ्तर था, जिसमें वाहनों के जरूरी कलपुर्जे भरे पड़े थे। यहीं एक तखत के माध्यम से जैसे तैसे कर्मचारी अपना कार्य कर रहे हैं। लेकिन वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के कमरे से काम चलाया जा रहा है। कर्मचारियों के पास बैठने तक की व्यवस्था नहीं है।
फायर टेंडर की एक गाड़ी
फायर बिग्रेड में आग बुझाने वाले अग्निशमन पदार्थ फायर टेंडर की एक गाड़ी है, जिसे नपा में रखा जाता है। शेष गाडिय़ां खुले में खड़ी रहती हैं। यहां पर दो गाडिय़ों में फायर टेंडर का इस्तेमाल करने का वैकल्पिक साधन बनाकर रखा गया है ताकि जरूरत पडऩे पर उसे इस्तेमाल किया जा सके। इसके अलावा एक टैंकर और अन्य पानी वाली गाडिय़ां ही नपा में उपलब्ध हैं।
वर्जन
शहर की आबादी के हिसाब से नपा में पर्याप्त दमकल वाहन है। जानकारी लगते ही दमकल कर्मचारियों को रवाना कर दिया जाता है। जो अपना कार्य कुशलता से कर लेते हैं।
मयूर वाहने, फायर अधीक्षक