बालाघाट। जिले के दक्षिण सामान्य वन मंडल के अंतर्गत वन परिक्षेेत्र किन्ही किरनापुर के बीट मंडवाझरी में पदस्थ महिला वन रक्षक रंजीता बोरकर के साथ कथित रूप से अभद्र व्यवहार व जातिगत अपमानित करने का मामला भोपाल तक पहुंच गया है। इस मामले को लेकर शुक्रवार को वन विभाग भोपाल के अपर प्रधान वन सरंक्षक संजोता मुगदल का बालाघाट आगमन हुआ। जिन्होंने दिनभर दक्षिण सामान्य वन मंडल में अधिकारियो के बयान दर्ज किए। वहीं शिकायतकर्ता रंजीता बोरकर के बयान भी लिए गए। जांच के बाद एक बार फिर वन रक्षक रंजीता ने अधिकारियों की जांच से असंतुष्टि जाहिर की है। रंजीता का कहना है कि भोपाल के अधिकारियों की जांच में भी अधिकारी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार वनरक्षक रंजीता बोकर द्वारा मुख्य वन संरक्षक मोहन मीना पर अभद्र व्यवहार करते हुए जातिगत रूप से अपमानित किए जाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले की बकायदा लिखित शिकायत भी रंजीता द्वारा कलेक्टर, एसपी, अजाक्स थाना व यहां से कोई कार्रवाई नहीं होने पर भोपाल वन विभाग के मुख्यालय में शिकायत की गई है। इसी मामले की जांच करने शुक्रवार को अपर प्रधान वन संरक्षक का अपनी टीम के साथ बालाघाट आगमन हुआ था। यह है पूरा मामला रंजीता द्वारा की गई शिकायत में बताया गया है कि गत १० नवंबर की शाम ५ बजे से लांजी डिपो के आक्सन हाल में आईएफसी कूप एससीआई के संबंध में वन कर्मचारियों की बैठक रखी गई थी। इस बैठक में मुख्य वनसंरक्षक मोहन मीना पहुंचे थे। उन्होंने बीट संबंधित जानकारी पूछी, जिसका उत्तर भी रंजीता ने दिया था। वहीं रंजीता के अनुसार उसने सीसीएफ को बीट से जुड़ी यह भी जानकारी दी थी कि विगत दिनों अज्ञात ग्रामीणों द्वारा खिड़की के कांच और चौकीदारों की साइकिले तोड़ देने से जान माल की हानि और स्वंय की सुरक्षा को देखते हुए १० बजे के बाद और सुबह ८ बजे के पहले इस जगह पर रहना संभव नही है। जिसकी वजह से इस बीट पर रात को महिला वनरक्षक कैसे रह सकेंगी। रंजीता के अनुसार कुछ समय बाद अचानक सीसीएफ द्वारा उसे गालियां दी गई व जातिगत रूप से अपमानित भी किया गया। इस मामले की वरिष्ठ स्तर तक उसके द्वारा शिकायत की गई है।