लंपी वायरस को लेकर बेपरवाह हुआ प्रशासन
बालाघाटPublished: May 31, 2023 08:23:06 pm
धारा 144 प्रतिबंधात्मक आदेश का नहीं रहा असर
सडक़ों पर आवारा घूम रहे बीमार मवेशी, प्रतियोगिताओं के नाम पर मवेशियों का जमावड़ा
जानकारी देने के बावजूद गंभीर नहीं जिम्मेदार
हाल ही में जारी 1962 टोल फ्री नंबर में भी नहीं दिया जा रहा संतोषप्रद जवाब
अवकाश के दिन का बहाना बताकर योजना को पलीता लगा रहे जिम्मेदार


लंपी वायरस को लेकर बेपरवाह हुआ प्रशासन
बालाघाट. जिले के मवेशियों से लंपी वायरस का खतरा अभी पूरी तरह से हटा नहीं है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन से घोषित धारा 144 अब भी जिले में प्रभावी है। बावजूद इसके इस वायरस को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से बेपरवाह बना हुआ है। पशु चिकित्सा सेवा विभाग को छोड़ दें तो प्रशासन की ओर से इस वायरस की रोकथाम को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। यहां तक की सडक़ों पर आवारा घूम रहे मवेशियों को प्रतिबंधित करने तक की जहमत नहीं उठाई जा रही है। कारण यहीं है कि अब तक इस बीमारी पर पूरी तरह से समाप्त नहीं किया जा सका है।
प्रशासन की लापरवाही का ताजा उदाहरण गत दिवस शहर के वार्ड नंबर 25 से भी सामने आया। यहां एक आवारा मवेशी (गाय) में लंपी वायरस से ग्रसित होने की आशंका पर दो दिनों से स्थानीयजन नगर पालिका और टोल फ्री नंबर पर सूचना दे रहे हैं। लेकिन रविवार की शाम तक मवेशी को निगरानी में नहीं लिया गया है। वार्ड के जागरूक नागरिक दिलीप असाटी के अनुसार उन्होंने टोल फ्री 1962 में भी कॉल कर सूचना दी, लेकिन वहां से अवकाश होने का हवाला दिया गया। प्रशासनिक स्तर कोई मदद नहीं मिलने पर स्थानीयजनों ने इस मामले की शिकायत सीएम हेल्प लाइन में दर्ज करवाई है।
रोग के लक्षण
लंपी स्किन रोग बड़े पशुओं में पाए जाने वाला विषाणु जनित रोग है, जो कि मच्छर मक्खी के काटने एवं दूषित चारा एवं पानी के सेवन से एक पशु से दूसरे में प्रसारित होता है। पशुओं में तेज बुखार, नाक आंख से पानी का रिसाव, चमड़ी के नीचे पुरे शरीर में फोड़े का निर्माण होना, भोजन न करना, कमजोरी, सांस लेने में कठिनाई यह सब इस बीमारी के लक्षण है।
प्रतिबंधात्मक आदेश प्रभावी
:- जिले में लंपी स्किन रोग का प्रथम प्रकरण 21 सितंबर 2022 को ग्राम भटेरा में चिन्हित किया गया।
:- भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार जिले की सीमाओं पर पशुओं के परिवहन एवं अन्य गतिविधियों पर धारा 144 के अंतर्गत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई।
:- जिले की सीमाओं से पशुओं के परिवहन पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
:- पशु हॉट बाजार एवं पशु प्रदर्शनी, पशु मेला के आयोजन पर प्रतिबंध लगाया गया।
यहां पट प्रतियोगिता का आयोजन
पट प्रतियोगिता 31 से
जिले में धारा 144 प्रभावी है। बावजूद इसके लालबर्रा जनपद की ग्राम पंचायत पांढरवानी के ग्राम रामजीटोला पट मैदान में बालाजी पट समिति एवं ग्रामीणजनों के सहयोग से 31 मई से दो दिवसीय बैलजोड़ी पट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता में बकायदा प्रथम पुरस्कार 15000 से लेकर सांत्वना पुरस्कार तक रखे गए। ऐसे में यहां एक बार फिर बड़ी संख्या पशुओं का जमावड़ा होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में वारासिवनी में राष्ट्रीय स्तर की पशु पट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा चुका है।
हवा में कलेक्टर के आदेश
जानकारी के अनुसार मवेशियों में बढ़ते लंपी वायरस संक्रमण के मद्देनजर कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने जिले में धारा 144 लागू की है। जिले भर में साप्ताहिक मवेशी बाजारों के अलावा कहीं भी मवेशियों की भीड़ एकत्रित न होने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। ताकि संक्रमित मवेशियों से अन्य मवेशियों में संक्रमण न फैले। बावजूद इस तरह के पशुओं को लेकर बड़े आयोजन किए जा रहे हैं। इसके अलावा शहर की सडक़ों पर आवारा मवेशी दिखाई दे रहे हैं। प्रशासन की ओर से इस विषय में कार्रवाई न कर धारा 144 व निर्देशों की अव्हेलना की जा रही है।
रोकथाम को लेकर की गई कार्रवाई-
:- प्रभावित पशुओं नमूने लेकर राज्य स्तरीय पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला भोपाल भेजे गए।
:- भेजे गए नमूने प्रयोगशाला से पॉजीटिव आए।
:- पशु चिकित्सकों के साथ कलेक्टर की बैठक।
:- संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं जबलपुर का टीम के साथ हुआ दौरा।
:- जिला स्तर पर कंट्रोल रूप की स्थापना।
:- प्रत्येक विखं स्तर पर रैपिड रेस्पोंस दल का गठन।
:- पाम्पलेट, पोस्टरों का वितरण कर किया जागरूक।
:- प्रत्येक विखं में टीकाकरण अभियान।
:- भविष्य की स्थिति के मद्देनजर पर्याप्त औषधी का भंडारण।
:- जिले में 146349 पशु में एलएसडी का टीकाकरण।