अधिवक्ता घर से कर सकंेगे सुनवाई
बालाघाटPublished: Apr 27, 2020 07:36:01 pm
वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से हो रही अति-आवश्यक मामलों में सुनवाई
अधिवक्ता घर से कर सकंेगे सुनवाई
बालाघाट. सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली एवं उच्च न्यायालय जबलपुर के निर्देशानुसार एवं प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश बालाघाट के आदेशानुसार जिला न्यायालय, बालाघाट में नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को देखते हुए अति-आवश्यक प्रकरणों की सुनवाई हेतु जिला न्यायालय, बालाघाट में रिमोट वीडियों कान्फ्रेसिंग प्वांईट बनाया गया है, जिसमें प्रकरणों से संबंधित अधिवक्ता, पक्षकार उपस्थित होते हुए वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपना पक्ष प्रस्तुत करते हैं। इसी तरह से व्यवहार न्यायालय वारासिवनी, बैहर एवं कटंगी में भी रिमोट विडियों कान्फ्रेसिंग प्वांईट बनाया गया है।
विडियों कांफ्रेसिंग कक्ष में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक समय में एक ही प्रकरण के अधिवक्ता व पक्षकार को उपस्थित रखा जाता है। गूगल प्ले स्टोर से एप डाउनलोड करके अधिवक्तागण वीसी में शामिल हो सकते हैं। वीडियों काफे्रसिंग के लिए लिंक संबंधित अधिवक्ता के मोबाइल पर भेजा जाता है, जिसे क्लिक करते ही वह अपने कार्यालय से ही वीडियों कांफ्रेसिंग से कनेक्ट हो जाते हैं। वीसी के माध्यम से ही जिला जेल में बंद बंदियों की भी सुनवाई की जा रही है।
प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बालाघाट ने पुलिस अधिक्षक बालाघाट को निर्देशित किया है कि वे संबंधित थानों से प्रकरणों की केस डायरी पीडीएफ फार्मेट में ईमेल के माध्यम से भेज सकते हंै। प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश बालाघाट द्वारा जिला रजिस्ट्रार नंदिनी उइके को वीडियो कांफ्रेसिंग के लिए नोडल आफिसर नियुक्त किया गया है, जिनके निर्देशन में सिस्टम आफिसर ऋषभ खरे द्वारा वीडियों कांफ्रेंसिंग सुचारू रूप से संचालित की जा रही है। इस प्रकार नवीन तकनीक के उपयोग से न्यायालय में अति-महत्वपूर्ण प्रकृति के मामलों की सुनवाई करने से प्रकरण से संबंधित अभियुक्त, पक्षकार, अधिवक्ता तथा संबंधित न्यायालय के मजिस्ट्रेट प्रकरण में उपस्थित होकर पैरवी की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हंै।