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आखिरकार जल संग्रहण को लेकर गंभीर नहीं शासन-प्रशासन

locationबालाघाटPublished: Dec 08, 2019 05:33:56 pm

Submitted by:

mukesh yadav

बारिश में फुटा देवथाना तालाब मरम्मत की सुध नहीं

आखिरकार जल संग्रहण को लेकर गंभीर नहीं शासन-प्रशासन

आखिरकार जल संग्रहण को लेकर गंभीर नहीं शासन-प्रशासन

कटंगी। गर्मी के मौसम में पानी के हाहाकार को देखते हुए हर साल सरकार जल संग्रहण और जल स्रोतों के संरक्षण पर बड़े-बड़े दावे और वादे करती है। प्रशासन भी सरकार की हॉ में हॉ मिलाता है। मगर, जैसे ही गर्मी का मौसम बीतता है, सरकार और प्रशासन अपने दावों पर अमल नहीं करते है। नतीजा गर्मी के मौसम में पीने के पानी के लिए इंसान से लेकर वन्यप्राणियों, मवेशियों को भटकना पड़ता है। सरकार और प्रशासन जल संग्रहण को लेकर कितनी लापरवाह है इस बात का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है जो तालाब अतिवृष्टि या अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, उनकी सुध नहीं ली जा रही है। वहीं कई तालाब तो ऐसे भी है जिनकी सालों से सुध तक नहीं ली गई है।
जनपद कटंगी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देवथाना के तालाब का भी कुछ ऐसा ही हाल है। यह तालाब एक साल पहले तेज बारिश एवं अधिक जल संग्रहण की वजह से फूट गया था। जिसकी आज तक मरम्मत नहीं हुई है। इस तालाब के फुटने से पूरा तालाब का पूरा पानी बहकर सड़क पर पहुंच गया था। जिससे सड़क की हालत भी खराब हो चुकी है। इस कारण इस सड़क पर गांव के लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीण धनसिंग गौतम, दिनेश गौतम, खड्गसिंग परिहार, सुरेश तुरकर, खुमान तुरकर ने बताया कि इस तालाब का निर्माण साल 2007-08 में जल संसाधन विभाग ने करवाया था, जो गत वर्ष तेज बारिश के कारण टूट गया और तालाब का पानी गांव तक पहुंच गया था। तालाब के टूटने से गांव में जाने वाली सड़क भी पानी में बह गई थी। इस घटना को एक साल पूरे हो चुके है पंरतु किसी नेता या सिंचाई विभाग ने मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया है।
ग्रामीणों की माने तो इस तालाब से देवथाना, टेकाड़ी, चम्बुटोला महदूली के किसान अपनी खेती की सिंचाई करते थे। गर्मी के दिनों में मवेशी तालाब का पानी पीते थे। लेकिन तालाब के फुटने से अब फसलों की सिंचाई के लिए पानी भी नहीं मिल पाएगा तथा गर्मी के मौसम में मवेशियों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ेगा। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराते हुए यथाशीघ्र ही तालाब की मरम्मत कराने की मांग है।
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