scriptयादे हुसैन में मोहर्रम पर तक्सीम किया गया लंगर व शर्बत | Anchor and sorbet were impregnated at Moharram in Yade Hussain | Patrika News

यादे हुसैन में मोहर्रम पर तक्सीम किया गया लंगर व शर्बत

locationबालाघाटPublished: Sep 22, 2018 09:05:21 pm

Submitted by:

mukesh yadav

रजा ए मुस्तुफा कमेटी अमोली ने करवाया आयोजन

moharram

यादे हुसैन में मोहर्रम पर तक्सीम किया गया लंगर व शर्बत

लालबर्रा. क्षेत्र की रजा ए मुस्तफा कमेटी अमोली के तत्वाधान में स्थानीय बस स्टैंड में शहादत का पर्व मोहर्रम पूरी अकीदत के साथ मनाया गया।
यह कार्यक्रम समाजसेवी रवि अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य, ख्वाजा गरीब नवाज मस्जिद निलजी के मौलाना मो. बदरे आलम की अध्यक्षता एवं भाजपा नेता देवेन्द्र अवधिया, कांग्रेस नेता शेरसिंह देज्द्ममुख, मनीष कुशवाहा, कौमी एकता कमेटी संयोजक मो. अय्युब भारती, रजा मस्जिद अमोली सदर हाजी मों. अनवर यासिनी, मतीन रजा सहित अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में प्रारंभ हुआ। इस मौके पर नात-शरीफ व बयान किया गया। इसके बाद फातिहा पढ़ी गई। इसके बाद बस स्टैंड के दुकानदारों, बस में सफर कर रहे यात्रियों व राहगीरों को हलवा, लंगर, फल व शर्बत बांटा गया। मौजूद अवाम को संबोधित करते हुए निलजी इमाम मो. बदरे आलम ने कहा कि इस्लाम की हिफाजत के लिए नवासे रसूल हजरते सैय्यदना इमामें हुसैन रजि. अलै. ने अपना पुरा कुनबा राहे खुदा में शहीद कर दिया जिनकी याद में यह पर्व मनाया जाता है। कुरआन खुद फरमाता है कि इस्लाम की हिफाजत के लिए जो लोग खुदा की राह में शहीद किए जाएं वो मुर्दा नहीं हुआ करते बल्कि वो जिंदा हुआ करते हैं, कयामत तक के लिए अल्लाह रब्बुल कायनात उनकी जिंदगी अता फरमा दिया करता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजसेवी रवि अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह हिन्दुओं के ग्रथ रामायण में राक्षस रावण सच्चाई को प्रताडि़त करने का कार्य करता था ठीक उसी तरह हजरत मोहम्मद के नवासों को यजदी नामक शैतान उनकी प्रार्थना में बाधा डालने का कार्य करता था, बावजूद उसके पैगम्बर के नवासो ने हार नही मानी और इस्लाम के लिए हसते-हसते शहीद हो गए। अग्रवाल ने कहा कि तब से उनकी याद में यह पर्व मनाया जाता है।
रजा मस्जिद अमोली सदर मो. अनवर यासिनी ने बताया कि मोहर्रम की पहली तारीख से लगातार मस्जिद में मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया। इसके बाद दसवीं तारीख पर फातिहा के बाद लंगर व शरबत तक्सीम किया गया है। इस आयोजन में मो. श्वाले कादरी, मो. ताहिर कुरैशी, मो. इरफान गुड्डू, रफीक मुल्ला कुरैशी, नफीस सिद्धिकी, शहजाद खान, नसीरउल्ला खान, तनवीर अहमद यासिनी, शहबाज रंगरेज, मुजीब खान, मुस्ताक मुल्ला खान, तौसिफ कुरैशी, तनवीर कुरैशी, शहजादा खान, जैनुल आबेदीन, तौसीफ खान, मो. तालिब रजा, मो. सिराज, आसिफ कुरैशी, मोबिन भाई कादरी, मुजीब खान, इरशाद यासीनी, नदीम खान, नूरकलाम कुरैशी, सरफराज खान, आरिफ कुरैशी, जुनैद खान, तौफील खान, वजीर कुरैशी, तालिब कुरैशी, रमजान खान, मुजीब खान, अफजल कुरैशी, आमिर खान, आदिल खान, धरम दुलारे, मुकेश शर्मा, मो. तासीम कुरैशी, आबिद खान, जुनेेद खान, जुबैर खान, सहायक उपनिरीक्षक लक्ष्मीचंद चौधरी, प्रधान आरक्षक मिल्कीराम सोनेकर, आरक्षक राहुल चौधरी सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो