scriptजालसाजों के चंगुल से बचने के लिए जागरूकता जरूरी | Awareness is necessary to avoid the clutches of fraudsters | Patrika News

जालसाजों के चंगुल से बचने के लिए जागरूकता जरूरी

locationबालाघाटPublished: May 19, 2022 07:39:27 pm

Submitted by:

mantosh singh

कोई कम समय में पैसे दोगुने कर कैसे वापस कर सकता है? कई लोग ऐसी शंका नहीं कर रहे हैं और शिकार हो रहे हैं।

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The story of robbery was fabricated by a gall merchant

कम समय में धनवान बनने का लोभ संवरण न कर पाने की कुछ लोगों की प्रवृत्ति जालसाजों के लिए वरदान साबित हो रही है। वे तरह-तरह का लालच दिखा कर उन लोगों की गाढ़े पसीने की जिंदगी भर की कमाई लूटने के काम कर रहे हैं। बालाघाट जिले में ऐसा एक मामला सामने आने के बाद पता लगा है कि कई साल से यह धंधा चल रहा था। भनक लगने पर पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की और 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 10 करोड़ रुपए की नकदी, 10 मोबाइल और तीन वाहन जब्त किए गए। बालाघाट में ही नहीं बल्कि प्रदेशभर में इस तरह के अवैध धंधे चल रहे हैं। एजेंटों की लुभावनी बातों में आकर लोग जालसाजी के शिकार हो रहे हैं।
जागरूकता और समझदारी का परिचय देने वाले लोग ठगी से बच रहे हैं, जबकि लालच में आने वाले मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं। सबको पता है कि कोई भी ऐसी योजना नहीं है जो एक साल, दो साल या पांच साल में आपकी राशि को दोगुनी कर देगी। ऐसे में कुछ लोग या इनका समूह कम समय में पैसे दोगुने कर कैसे वापस कर सकते हैं? लेकिन सब कुछ जानते हुए हम जालसाजी के शिकार हो रहे हैं। इस प्रकार के अवैध कारोबार करने वाले गरीब और अशिक्षित लोगों को निशाने पर लेते हैं। एजेंटों के माध्यम से नेटवर्क का संचालन कर रहे हैं। स्थानीय लोगों की सहभागिता से अवैध कारोबार चला रहे हैं। दूसरे राज्यों के आरोपियों से भी इनके तार जुड़े हुए हैं। आरोपियों के छोटे-छोटे समूह इस तरह की गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। बकायदा इन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। करोड़ों रुपए की राशि इधर से उधर की जा रही है।
जानकारी होने के बावजूद भोली-भाली जनता पुलिस या जांच एजेंसियों को सूचना नहीं दे रही है। समय रहते ही जानकारी पुलिस को मिल जाए, तो आपकी रकम डूबने से बच सकती है। आपका पैसा वापस मिल सकता है। पुलिस को भी ऐसे मामलों को प्राथमिकता से लेना चाहिए। अवैध कारोबार के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवानी चाहिए। नेटवर्क को ध्वस्त करना चाहिए। बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान संचालित करना चाहिए। हेल्पलाइन नंबर जारी कर जनता को उपलब्ध करवाना चाहिए। ऐसे समूहों की गतिविधियों पर सतत नजर की जरूरत भी है, क्योंकि ये थोड़े-थोड़े अंतराल में ठगी का तरीका बदलते हैं, ताकि कोई सीधे तौर पर उन्हें पकड़ नहीं पाए।

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