scriptग्राहकों के खातों में होल्ड लगा रहे बैंक | Bank holding customers accounts | Patrika News

ग्राहकों के खातों में होल्ड लगा रहे बैंक

locationबालाघाटPublished: Jul 22, 2019 09:25:40 pm

Submitted by:

mukesh yadav

पेंशनधारी, किसान तथा अन्य ग्राहक परेशान-

bhuktan

ग्राहकों के खातों में होल्ड लगा रहे बैंक

कटंगी। मुख्यमंत्री आवास योजना तथा किसान क्रेडिट कार्ड पर बैंक से कर्ज लेने वाले खाताधारकों से कर्ज की राशि वसूल करने के लिए बैंक अपनी मनमानी कर रहे हैं। बैंकों के द्वारा कर्ज लेने वाले खाता धारकों के साथ ही उनके परिजनों के बैंक अकाउंट पर भी होल्ड लगाया जा रहा है। जिससे खाता धारक आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। खाता धारकों ने बताया कि बैंक में पंूजी जमा होने के बाद भी पैसा नहीं दिया जा रहा है तथा बिना किसी सूचना के अकाउंड होल्ड किए जा रहे हैं। सर्वाधिक शिकायत इन दिनों पठार अंचल महकेपार में संचालित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की महकेपार शाखा से आ रही है। यहां करीब 100 से अधिक ऐसे खाता धारकों के खाते बिना उनकी जानकारी के होल्ड कर दिए गए हैं। जिन पर किसी तरह का कर्ज नहीं है। इस वजह से वृद्धजनों, विधवा महिलाओं को पेंशन एवं स्कूली बच्चों को छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिल पा रही है।
जानकारी अनुसार सैंट्रल बैंक की महकेपार शाखा में महकेपार, बड़पानी, कोसुंबा, बांडारेव, कोयलारी, सुकली, कोड़बी, दिग्धा, आंजनबिहरी, भोंडकी, गोरेघाट, कुड़वा, आंबेझरी, कन्हडग़ाव, देवरी, खैरलांजी, मासुलखापा, किशनपुर हमेशा सहित करीब डेढ़ दर्जन गांवों के हजारों उपभोक्ताओं के खाते हैं। जहां से यह लेन-देन करते हैं। इनमें से सैकड़ों खाता धारकों के खातों को बैंक ने होल्ड कर रखा है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री आवास योजना अंतर्गत इस बैंक से लोगों ने मकान बनाने के लिए कर्ज लिया था, जो अपनी माली हालत के कारण कर्ज अदायगी नही कर सके और कुछ किसानों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के अंतर्गत लोन लिया गया था, जो वर्तमान सरकार की जय किसान कर्जमाफी योजना मे माफ होने के चक्कर में डिफाल्टर हो चुके हैं। जिनका कर्ज माफ होना है। मगर, जिन लोगों के द्वारा कर्ज नहीं चुकाया गया है बैंक उन कर्जदारों के परिजनों के खातों को भी होल्ड कर रही है। जिसके चलते सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा, वृद्धा, कल्याणी, कन्या अभिभावक सहित अन्य पेंशन नहीं मिल पा रही है।
आंजनबिहरी के मुकुंद पुष्पतोड़े ने बताया कि उनकी पुत्री को कक्षा 9 वी में छात्रवृत्ति मिली थी, उसका व उसके पिता का खाता सेंट्रल बैंक महकेपार में है एवं पिता पर मुख्यमंत्री आवास योजनांतर्गत बकाया होने के कारण बिना जानकारी के छात्रवृत्ति के 3500 रुपए काट लिए गए हैं। इस कारण अब वह अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए सामग्री नहीं खरीद पा रहे है। उनका कहना है कि सरकार वर्तमान मे जरूरतमंद लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत 1 लाख 50 हजार रुपए पक्के मकान बनाने के लिए देती है तो, पुर्व में संचालित मुख्यमंत्री आवास योजना के लोन को भी माफ किया जाए। इनके अलावा आजंजनबिहरी के मारोती/बोदी राऊत, चंद्रकला/केशोराव खेड़कर, मीरा/हरिचंद पुष्पतोड़े, सुधन/मंशाराम मालाधरे को पेंशन नहीं मिल पा रही है। पठार संघर्ष समिति ने बैंक के वरिष्ट अफसरों का ध्यानाकर्षण कराते हुए न्याय दिलाने की मांग की है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो