पत्रिका के बदलाव के नायक चेंजमेकर्स अभियान में अधिवक्ताओं ने रखे अपने विचार, अधिवक्ताओं ने की पत्रिका के अभियान की सराहना
बालाघाट. चेंजमेकर्स बदलाव के नायक पत्रिका महाअभियान में गुरुवार को बालाघाट न्यायालय परिसर में स्थित जिला बार रुम में अधिवक्ताओं की संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी में अभिभाषकों ने स्वच्छ राजनीति में खुद की भूमिका का निर्वाह करने और समाज में हर तबके को इस महाअभियान से जोड़कर बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाने की बात भी कही। संगोष्ठी के दौरान वरिष्ठ अभिभाषक और बार एसोसिएशन बालाघाट के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।
देश में लोकतंत्र को मजबूत बनाने मेें वकील समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। स्वच्छ राजनीति के लिए चलाए जा रहे पत्रिका महाअभियान में गुरुवार को इस समुदाय ने बड़ी संख्या में अपनी भागीदारी की। बालाघाट न्यायालय परिसर में अभिभाषकों के साथ परिचर्चा की गई। इसमें अभिभाषकों ने भाग लेकर महाअभियान को समर्थन दिया। इस दौरान अधिवक्ता संघ के सचिव विकास श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष रजनीश राहंगडाले, महेन्द्र मधु बिसेन, राजेन्द्र तुरकर,
किशोर कुमार तुरकर, प्रताप नावानी, वायडी टेंभरे, एमएल पटले, दिनेश पटले, पंचम खैरवार, धनजंय देशमुख, सत्यप्रकाश शुल्के, मोहम्मद आदिल कुरैशी, एसएसएच रिजवी, आशुतोष शुक्ला, विजय सोनी, अजय ब्रम्हे, जितेन्द्र राहंगडाले, विनोद कोल्हेकर, आशीष श्रीवास्तव, रतन कुमार सोनी सहित अन्य शामिल रहे।
इनका कहना है।
वर्तमान में राजनीति गंदी हो गई है। पत्रिका का स्वच्छ करें राजनीति चैंजमेकर महाअभियान काफी सराहनीय पहल है। राजनीति को स्वच्छ करने की आवश्यकता है। इसके लिए राजनीति में स्वच्छ छवि के अच्छे लोगो को सामने आना चाहिए। राजनीति में बदलाव होना आवश्यक है।
-वायआर बिसेन, अधिवक्ता
राजनीति में चरित्रवान का होना आवश्यक है। जनप्रतिनिधि पद पर आसीन होने के बाद लोभ में आकर सत्ता का दुरूपयोग करने में लगे है। जितना बड़ा पूंजीपति व अपराधी होगा राजनीति में सामने उभरकर आ रहे है। भारत की राजनीति गैरकानूनी लोग के हाथ में चली गई।
-इन्द्रजीत गौतम, अधिवक्ता
नेता चुनाव में खड़े होते समय अच्छे छवि के रहते है। लेकिन पद में आने के बाद समय व परिस्थिति के हिसाब से बदल जाते है। आज शिक्षित व अशिक्षित मतदाता में कोई अंतर नहीं रहा है। चुनाव में जाति, धर्म की बात आ जाती है जिससे अच्छे लोग जीत नहीं पाते है।
-अशोक वाट, अधिवक्ता
चुनाव में प्रत्याशी सजायाप्ता नहीं होना चाहिए उच्चतम न्यायालय ने आदेश दिया। लेकिन वर्तमान राजनीति में कुछ जनप्रतिनिधि सजायाप्ता भी है। पार्टी संगठन द्वारा आपराधिक लोगों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। चुनाव में स्फूटनी में नाम हटा देना चाहिए।
-संतोष शुक्ला, अधिवक्ता
अच्छे स्वच्छ छवि के व्यक्ति को चुनाव में जनता नहीं चुनकर लाती है। धनबल, जातिवाद के चलते राजनीतिक मापदंडों में अच्छा व्यक्ति फेल हो जाता है। लोकतंत्र बहुत मजबूत है लेकिन राजनीति में नेता का कोई चरित्र नहीं है। वोटों की राजनीति हो रही है।
अजय बिसेन, अधिवक्ता
राजनीति में सुचिता व स्वच्छता कैसे हो पत्रिका का अभियान काफी सराहनीय है। राजनीति में बाहुबली व पूंजीपति लोग सामने आ रहे है। राजनीति में स्वच्छ छवि के भी लोग है। जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी, राममनोहर लोहिया सहित अन्य है।
-मदन मोहन द्विवेदी, शासकीय अधिवक्ता
वर्तमान में हर क्षेत्र में गिरावट आ रही है चाहे वह राजनीति हो या अन्य क्षेत्र। व्यक्ति संविधान में जो शपथ लेता है उस पर अमल करना चाहिए। पत्रिका का स्वच्छ करें राजनीति बदलाव के महानायक अभियान काफी अच्छी पहल है। इससे राजनीति में अच्छे लोग आएंगे।
-अरूण शुक्ला, अधिवक्ता
हर विधानसभा व संसदीय सदन में २० प्रतिशत जनप्रतिनिधि को ही कानून की जानकारी है। राजनीति को शिक्षित व्यक्ति ही दूषित कर रहा है। वर्तमान में राजनीति में आपराधिक व धनबल, बाहुबल वाले लोग सामने आ रहे है जिससे स्वच्छ छवि का व्यक्ति सामने नहीं आ रहा।
-केएम कुरैशी, वरिष्ठ अधिवक्ता
राजनीति अच्छे लोग के हाथ में नहीं है। वर्तमान के सांसद सदन में जनहित के मुद्दे नहीं उठाते और अपना स्वार्थ साधने में लगे है। नेताओं के लिए भी नियम कायदे व उनका प्रशिक्षण होना चाहिए। पत्रिका का अभियान एक अच्छी सोच है इससे राजनीति में बदलाव आएंगा।
-हरीश नगपुरे, अधिवक्ता
वर्तमान समय में लोकतंत्र के चारों स्तंभ भ्रष्ट हो गए है। जिससे देश व समाज का विकास नहीं हो रहा है। राजनीति में अच्छे लोग सामने आएंगे तो देश व समाज का विकास होगा। लेकिन गंदी राजनीति के चलते अच्छे लोग सामने आना नहीं चाहते है।
-युगेश चौबे, अधिवक्ता
पत्रिका का चैंजमेकर अभियान काफी सराहनीय पहल है। राजनीति में शिक्षित व सेवा
कार्य के क्षेत्र से जुड़े स्वच्छ छवि के लोग सामने आए इसका सभी को प्रयास करना चाहिए। मतदाता भी अपने मतों का सही व्यक्ति के लिए उपयोग करें।
-संजय अग्निहोत्री, जिला अधिवक्ता संघ कोषाध्यक्ष