बालाघाट. विश्व मधुमेह दिवस पर १४ नवम्बर को जिला अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें ३० वर्ष से अधिक वाले करीब १३६ लोगों की शुगर जांच कर उन्हें उचित सलाह दी गई। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. एके जैन, आरएमओ डॉ. अरूण लांजेवार, मेडीकल ऑफीसर डॉ. अनूप तिडग़ाम, डॉ. पाराशर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
डॉ. जैन ने कहा कि ब्लेड प्रेशर व मधुमेह दो ऐसी बीमारी है जो आयु के साथ अक्सर हो जाती है। मधुमेह शुगर की बीमारी होने पर इसका कोई ईलाज नहीं है कि ये हमेश के लिए खत्म हो जाए। ३० वर्ष से अधिक उम्र के बाद शुगर व ब्लेड प्रेशर की जांच करा लेंवे। आयु के साथ शुगर व ब्लेड प्रेशर की शिकायत होती है। चिकित्सा विज्ञान में ऐसा माना जाता है कि शुगर व हाई ब्लेड प्रेशर ऐसी बीमारी है जो हिमपर्वत की तरह होती है। जो बाहर से छोटी दिखती है पर अंदर उसका आकार बड़ा होता है।