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MP election 2018 news : 6 विधानसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के नाम तय

locationबालाघाटPublished: Nov 02, 2018 09:13:36 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा का इंतजार

balaghat news

MP election 2018 news : 6 विधानसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के नाम तय

बालाघाट. विधानसभा चुनाव 2018 के लिए भाजपा ने शुक्रवार को पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में जिले की ६ विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशी के नामों की घोषणा कर दी है। प्रत्याशियों के नामों की घोषणा होते ही उम्मीदवारों को बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। इधर, नामों की घोषणा होने के बाद कुछ उम्मीदवारों ने मंदिर में पूजा-अर्चना की तो किसी ने जनसंपर्क किया। कांग्रेस ने अभी भी अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है।
बैहर विधान सभा क्षेत्र
लगातार सक्रियता, अच्छी छबि ने बनाया प्रत्याशी
भाजपा ने विधानसभा चुनाव में बैहर विधानसभा क्षेत्र से अनुपमा नेताम को प्रत्याशी बनाया है। अनुपमा नेताम वर्तमान समय में जिला पंचायत उपाध्यक्ष और भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष है। इसके अलावा वह पूर्व विधायक भगत नेताम की पत्नी भी है। इस चुनाव के लिए बैहर सीट से दोनों ही पति-पत्नी ने दावेदारी जताई थी। पार्टी द्वारा सूची जारी करने और उसमें नाम होने के साथ ही उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। नाम की घोषणा होने के साथ ही पार्टी पदाधिकारियों, समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा बधाई देने का सिलसिला चलते रहा, जो देर रात तक जारी रहा।
क्षेत्र की समस्याएं
बैहर विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित है। गढ़ी क्षेत्र में २५ पंचायतों में बिजली की समस्या बनी रहती है। दक्षिण बैहर क्षेत्र में बिजली, पानी और सड़कों की समस्या बनी हुई है। बैहर मुख्यालय में ही डॉक्टर की कमी है। महिला डॉक्टर नहीं होने से महिला मरीजों को परेशाना होना पड़ता है। नक्सलवाद सबसे बड़ी समस्या है। इसके निराकरण के लिए सार्थक प्रयास की जरुरत है। बैहर क्षेत्र में नेटवर्किंग, रोजगार की समस्या बनी हुई है। सिंचाई के साधन नहीं होने से क्षेत्र के किसान बेहतर फसल का उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं। आदिवासी अंचलों में बैंकों की सुविधा नहीं होने से ग्रामीणों को भुगतान लेने या बैंक से पैसे निकालने के लिए उकवा, बैहर, मलाजखंड, दमोह, बिरसा सहित अन्य स्थानों तक आवागमन करना पड़ता है।
पाइंटर
प्रोफेशन- राजनीति, समाजसेवा। कमाई का जरिया कृषि।
सोशल मीडिया-फेसबुक की अंतिम पोस्ट उनके द्वारा किया गया जनसंपर्क।
पहचान-क्षेत्र में समाजसेवी और राजनेता के रुप में पहचान।
राजनीतिक अनुभव-जिला पंचायत सदस्य। भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष।
कोर टीम- भगत नेताम (पति) पूर्व विधायक, जय प्रकाश जैन (राजनीतिक), प्रमोद नेमा (राजनीतिक), उमेश देशमुख (राजनीतिक), डॉ. जीएस बिसेन (राजनीतिक)।
लाइफ स्टाइल-सामान्य।
ठीया- घर
लांजी विधानसभा क्षेत्र
पूर्व विधायक, जनता की समस्याओं को हल करना
भाजपा ने विधानसभा चुनाव में लांजी विधानसभा क्षेत्र से रमेश भटेरे को प्रत्याशी बनाया है। रमेश भटेरे लांजी विधानसभा क्षेत्र से वर्ष २००८ में विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष २०१३ में भी पार्टी ने इन्हें प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। रमेश भटेरे के पिताजी स्व. दिलीप भटेरे भाजपा के शासनकाल में मंत्री थे। शुक्रवार को नाम की घोषणा होने के साथ ही उन्हें बधाई देने का सिलसिला चलते रहा। जो देर शाम तक चलते रहा। अपने जनसंपर्क अभियान के तहत उन्होंने किरनाई मंदिर में पूजा-पाठ कर चुनाव जीत का आशीर्वाद लिया।
क्षेत्र की समस्याएं
लांजी विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित है। लांजी क्षेत्र में बिजली, पानी और सड़कों की समस्या बनी हुई है। इस क्षेत्र में भी नक्सलवाद सबसे बड़ी समस्या है। इसके निराकरण के लिए सार्थक प्रयास की जरुरत है। लांजी क्षेत्र के आदिवासी, वनांनचल क्षेत्र में नेटवर्किंग की समस्या बनी हुई है। उद्योग धंधे नहीं होने के कारण रोजगार की समस्या बनी हुई है। डॉक्टरों की कमी के चलते स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण अंचलों में सड़क जर्जर होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सिंचाई के साधन नगण्य है। किसानों को फसल बीमा की राशि नहीं मिल पाई है।
पाइंटर
प्रोफेशन-राजनीति, समाजसेवा। कमाई का जरिया कृषि।
सोशल मीडिया-फेसबुक की अंतिम पोस्ट मप्र स्थापना दिवस की बधाई।
पहचान-क्षेत्र में राजनीति और समाजसेवक के रुप में पहचान।
राजनीतिक अनुभव- कॉलेज में छात्र राजनीति। भाजयुमो पदाधिकारी। भाजपा जिला अध्यक्ष। वर्ष २००८ में विधायक निर्वाचित।
कोर टीम- राजेश भटेरे (भाई), अविनाश रेंज (राजनीतिक), कपिल अग्रवाल (राजनीतिक), सोहन उपराड़े (राजनीतिक), आलोक चौरसिया (राजनीतिक)।
रिकार्ड- पूर्व विधायक होने के नाते वे क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे। जनता से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान करना। मतदाताओं से मेल-जोल।
ठीया-घर।
परसवाड़ा विधानसभा सीट
जनता की समस्याओं को सुनना, लगातार सक्रिय रहना
भाजपा ने विधानसभा चुनाव में परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से रामकिशोर कावरे को प्रत्याशी बनाया है। रामकिशोर कावरे वर्ष २००८ में विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष २०१३ में पार्टी ने उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन वे चुनाव हार गए। इसके बाद भी वे लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहे। रामकिशोर कावरे भाजयुमो प्रदेश महामंत्री भी रहे है। नाम की घोषणा होने के साथ ही पार्टी पदाधिकारियों, समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा बधाई देने का सिलसिला चलते रहा, जो देर रात तक जारी रहा। रामकिशोर कावरे के निवास स्थान पर ही पार्टी पदाधिकारी और समर्थक पहुंचे थे।
क्षेत्र की समस्याएं
परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में उद्योग धंधे नहीं होने से रोजगार की समस्या मुंह फाड़े खड़ी है। इसके अलावा बिजली, पानी और सड़क की समस्या बनी हुई है। परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक ग्राम नक्सल समस्या से जूझ रहे है। जंगलों में बसे ग्रामों में नेटवर्किंग की समस्या बनी हुई है। सिंचाई के पर्याप्त साधन नहीं है। किसानों को फसल बीमा की राशि नहीं मिल पाई है। स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। सीएचसी, पीएचसी में डॉक्टर नहीं है। परसवाड़ा मुख्यालय के सीएचसी में डॉक्टरों की कमी होने के कारण ग्रामीणों को परेशान होना पड़ रहा है।
पाइंटर
प्रोफेशन-राजनीति, समाज सेवा। आय का जरिया कृषि।
सोशल मीडिया- फेसबुक पर अंतिम पोस्ट जनसंपर्क की।
पहचान- राजनेता।
राजनीतिक अनुभव- ग्राम पंचायत का प्रतिनिधित्व। जनपद अध्यक्ष। पूर्व विधायक। भाजयुमो प्रदेश महामंत्री।
कोर टीम- कुमार कावरे (भाई), राजेन्द्र ठाकुर (राजनीतिक), संतोष शुक्ला (राजनीतिक मित्र), भुपेन्द्र सोहगापुरे (राजनीतिक)।
रिकार्ड- पूर्व विधायक होने के नाते वे क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे। जनता से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान करना। मतदाताओं से मेल-जोल।
ठीया-घर।
बालाघाट विधानसभा क्षेत्र
प्रदेश में केबिनेट मंत्री, जनता से सीधा संवाद
भाजपा ने विधानसभा चुनाव में बालाघाट विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश के केबिनेट मंत्री और वर्तमान विधायक गौरशंकर बिसेन को प्रत्याशी बनाया है। गौरीशंकर बिसेन वर्तमान विधायक होने के साथ-साथ दो बार सांसद और ६ बार विधायक निर्वाचित हो चुके है। पार्टी द्वारा सूची जारी करने और उसमें नाम होने के साथ ही उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। प्रचार कार्यालय और भाजपा कार्यालय में गौरीशंकर बिसेन का स्वागत किया। इसके बाद विधायक गौरीशंकर बिसेन ने अपने समर्थकों के साथ वार्ड का दौरा कर जनसंपर्क किया।
क्षेत्र की समस्याएं
मेडिकल कॉलेज की घोषणा अधूरी रह गई। किसानों को रोजगार प्रदान करने के लिए शक्कर कारखाना की घोषणा की थी, इस पर अमल भी हुआ। किसानों से शेयर भी जमा कराए गए, लेकिन आज तक शक्कर कारखाना नहीं खुल पाया। बालाघाट शहर मुख्यालय में सरेखा रेलवे क्रासिंग में ओवर ब्रिज नहीं बन पाया। इसी तरह भटेरा चौकी और बैहर के रेलवे क्रासिंग में ओवर ब्रिज नहीं होने से समस्या बनी हुई है। क्षेत्र में बिजली की समस्या बनी हुई है। वृहत समूह पेयजल योजना अभी भी अधूरी रह गई है। रोजगार के साधन नहीं होने से लोग पलायन कर रहे है।
प्रोफेशन-राजनीति। कमाई का जरिया कृषि।
सोशल मीडिया-फेसबुक पर अंतिम पोस्ट मप्र स्थापना दिवस की बधाई।
पहचान- राजनेता।
राजनीतिक अनुभव- दो बार सांसद, छह बार विधायक। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य।
कोर टीम-मौसम हरिनखेड़े (पुत्री), रेखा बिसेन (पत्नी), राजकुमार रायजादा (राजनीतिक), दिलीप चौरसिया (राजनीतिक), सुरजीत सिंह ठाकुर (राजनीतिक)।
रिकार्ड- मंत्री रहते हुए प्रदेश सरकार की योजनाओंं का क्षेत्र में क्रियान्वयन। लगातार सक्रिय।
ठीया-जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा बिसेन का शासकीय निवास।
वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र
इमानदार छबि और जनता का सेवक
भाजपा ने विधानसभा चुनाव में वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल को प्रत्याशी बनाया है। डॉ. योगेन्द्र निर्मल भाजपा जिला उपाध्यक्ष भी रहे है। पार्टी द्वारा सूची जारी करने और उसमें नाम होने के साथ ही उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया, जो देर रात्रि तक जारी रहा। डॉ. निर्मल क्षेत्र में जनसंपर्क करते रहे। जनता से एक बार फिर से जीत का आशीर्वाद मांगा।
क्षेत्र की समस्याएं
वाराविसनी विधानसभा क्षेत्र में किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलना, नकली बीज की सप्लाई होना, फसल बीमा की राशि नहीं मिलना, २४ घंटे बिजली नहीं मिलना प्रमुख समस्या है। इसके अलावा रोजगार के साधन नहीं होने से पलायन बढ़ रहा है। ग्रामीण अंचलों में घरेलू और कृषकों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। रेत के अवैध खनन और परिवहन पर रोक नहीं लग पा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। खैरलांजी, रामपायली, वारासिवनी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टरों की कमी बनी हुई है।
प्रोफेशन-डॉक्टरी, राजनीति। आय का जरिया डॉक्टरी।
सोशल मीडिया-फेसबुक पर अंतिम पोस्ट जनसंपर्क की।
पहचान-डॉक्टर, इमानदार छबि के राजनेता।
राजनीतिक अनुभव-संघ के सक्रिय सदस्य। भाजपा जिला उपाध्यक्ष। नगर पालिका पूर्व अध्यक्ष। वर्तमान विधायक।
कोर टीम- आलोक खरे (राजनीतिक), सतीश राहंगडाले (राजनीतिक), ओमकार बिसेन (राजनीतिक), विनोद मातरे (राजनीतिक)।
रिकार्ड- क्षेत्र में जनता की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण करना। जनता से लगातार संवाद करते रहना।
ठीया-घर।
कटंगी विधानसभा क्षेत्र
भाजपा ने विधानसभा चुनाव में कटंगी विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक केडी देशमुख को प्रत्याशी बनाया है। इसके पूर्व वे तीन बार विधायक और एक बार सांसद भी निर्वाचित हुए है। पार्टी द्वारा सूची जारी करने और उसमें नाम होने के साथ ही उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया, जो देर रात्रि तक जारी रहा। केडी देशमुख क्षेत्र में जनसंपर्क करते रहे। जनता से एक बार फिर से जीत का आशीर्वाद मांगा।
क्षेत्र की समस्याएं
क्षेत्र में उद्योग धंधों की कमी के चलते रोजगार की समस्या। किसानों को सिंचाई के लिए पानी और बिजली नहीं मिल पा रही है। सड़कों की स्थिति काफी खराब है। गन्ना उत्पादक किसानों को फसल क्षति का मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। फसल बीमा की राशि नहीं मिल पाई है। कटंगी क्षेत्र में मैगनीज का दोहन होता है, लेकिन उससे जुड़े कोई भी उद्योग धंधे की स्थापना के लिए कोई प्रयास नहीं हो पाए। स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति खराब है। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है। पेयजल की समस्या भी बनी हुई है।
प्रोफेशन-राजनीति। आय का जरिया कृषि।
सोशल मीडिया- फेसबुक पर अंतिम पोस्ट जनसंपर्क।
पहचान-राजनेता।
राजनीतिक अनुभव-पूर्व विधायक और पूर्व सांसद।
कोर टीम- रीता देशमुख (पत्नी), विक्रम देशमुख (पुत्र), मेष देशमुख (राजनीतिक)।
रिकार्ड- वर्तमान विधायक होने के साथ-साथ क्षेत्र में लगातार सक्रिय।
ठीया-घर।

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