नाव हादसा : भोपाल हादसे के बाद सतर्क हुआ प्रशासन
बालाघाटPublished: Sep 13, 2019 01:15:25 pm
प्रतिमा विर्सजन के लिए नदी, तालाबों में बढ़ाई सुरक्षा
नाव हादसा : भोपाल हादसे के बाद सतर्क हुआ प्रशासन
बालाघाट. जिले में गुरुवार से प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन लगातार जारी है। शुक्रवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं द्वारा शोभायात्रा निकालकर प्रतिमा विसर्जन कर रहे हैं। वहीं लोगों द्वारा अपने-अपने घरों में विराजित किए गए प्रतिमाओं को भी विसर्जित कर रहे है। दूसरी ओर जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण नदी-नालों, जलाशयों का जल स्तर बढ़ा हुआ है। जिसके चलते विसर्जन करने पहुंच रहे लोगों की सुरक्षा के लिए जगह-जगह पुलिस और प्रशासन के लोग मुस्तैदी से नदी तट पर मौजूद हैं। गोताखोर की टीम को भी विशेष रूप से सजग रहने निर्देश दिए गए हैं।
सुरक्षा के बीच विदा हो रहे भगवान गणेश
प्रशासन ने जिला मुख्यालय में प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए दो अलग-अलग स्थानों पर कुंड बना दिए हैं, जहां श्रद्धालुओं द्वारा प्रतिमा का विजर्सन किया जा रहा है। जबकि अन्य स्थानों पर सुरक्षा के बीच गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। खासतौर पर खैरलांजी, वारासिवनी, कटंगी, बोनकट्टा, रजेगांव, किरनापुर, लांजी, लालबर्रा सहित अन्य क्षेत्रों में प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिए है।
भोपाल में हुए नाव हादसे के बाद की खबर मिलने के बाद से प्रशासन अलर्ट हो गया है। विदित हो कि भोपाल के छोटे तालाब स्थित खटलापुर मंदिर घाट पर शुक्रवार की सुबह गणेश विसर्जन करने गए लोगों नाव पलट गई। इस हादसे में एक दर्जन लोगों के मरने की खबर है। घटना के बाद से प्रशासन ने और भी सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है।
कटंगी में तालाब में डूबने से हुई एक व्यक्ति की मौत
कटंगी थाना क्षेत्र के ग्राम आगरी में १२ सितम्बर को गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक व्यक्ति की तालाब में डूबने से मौत हो गई। गुरूवार को गणेश चर्तुथी के समापन पर सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति द्वारा स्थापित भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जन करने के लिए ग्रामीण गांव के सरकारी तालाब में ले गए थे। जहां प्रतिमा विसर्जन के बाद सभी लोग बाहर आ चुके थे। लेकिन इसी गांव का निवासी रुपेश राऊत (40) गहरे पानी में चले गया। जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों के बताए अनुसार रुपेश को बचाने की भरसक कोशिश भी की गई, लेकिन नाकामयाब रहे। सूचना मिलने पर अनुविभागीय अधिकारी सुमित केरकेट्टा, तहसीलदार शैलेन्द्र कुमार राय, थाना प्रभारी कमल निंगवाल सहित अन्य मौके पर पहुंचे थे। मछुआरे की सहायता से करीब 5 घंटे तक रुपेश के शव को तलाशने की कोशिश की। लेकिन कहीं पता नहीं चला। इसके बाद प्रशासन ने बालाघाट से गोताखोर की एक टीम बुलाकर शव की तलाश शुरू की। शाम करीब 6 बजे शव बरामद किया गया।