यात्री बसें बंद रहने से भुखमरी की कगार पर बस एजेंट
बालाघाटPublished: May 27, 2020 09:08:39 pm
विधायक व एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर मदद की लगाई गुहार
यात्री बसें बंद रहने से भुखमरी की कगार पर बस एजेंट
वारासिवनी. क्षेत्र के बस एजेंटों ने क्षेत्रीय विधायक प्रदीप जायसवाल और एसडीएम के नाम एक ज्ञापन सौंपकर मदद की गुहार लगाई है। बस एजेंटों ने ज्ञापन में बताया कि वारासिवनी में करीब ६० बस एजेंट है, जो कि बसों में आवाज लगाकर अपनी रोजी रोटी कमाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। इसके अलावा हमारे पास जीवन यापन करने का दूसरा कोई साधन नहीं है। पिछले २२ मार्च से कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉक डाउन हो चुका है। इस कारण २०० से २५० रुपए प्रतिदिन कमाकर जीविका का साधन चल रहा था। लेकिन हालात ये है कि करीब तीन महिने हो चुके हैं। कर्जा लेकर परिवार का पालन पोषण करना पड़ रहा है। अब तो दुकानदारों ने सामान देने से मना कर दिया है। पिछला बकाया मांग रहे हैं। इतनी बुरी स्थिति हो चुकी है कि किसी के सामने हाथ भी नहीं फैला सकते हैं। कुछ एजेंट अपने परिवार को एक वक्त का ही भोजन करवा पा रहे हैं। आगामी समय में भी बसों के संचालन की कोई तारीख तय नहीं की गई है।
सभी ने निवेदन किया है कि हालातों को समझते हुए एजेंटों पर दया दृष्टि कर शासन मदद मुहैया कराए। मार्च के महिने से लेकर ब तक प्रति एजेंटों को पांच-पांच हजार रुपए प्रतिमाह दिलवाने की मदद की जाए। ताकि वे पिछला बकाया अदा कर सकें और परिवार के लिए राशन की व्यवस्था कर सकें।
ज्ञापन देने के दौरान बस एजेंट रजत धारनवार, मंगलु, योगेश कोहरे, पुन्नुलाल झारिया, जितेन्द्र चौबे, रवि नेवारे, शरीफ खान, दुर्गा प्रसाद, देवेन्द्र, कमल किशोर, गुड्डू खान, राजेन्द्र उइके, अयाज खान सहित अन्य उपस्थित रहे।