बालाघाट व वारासिवनी प्रत्याशियों के नामों से कांग्रेस में मचा बवाल
बालाघाटPublished: Nov 09, 2018 01:20:52 pm
बालाघाट, वारासिवनी व कटंगी में कांग्रेस प्रत्याशी घोषित, कई कार्यकर्ता व पदाधिकारियों की सामने आ रही नाराजगी
बालाघाट व वारासिवनी प्रत्याशियों के नामों से कांग्रेस में मचा बवाल
बालाघाट/कटंगी। बालाघाट जिले की तीन विधानसभा सीटो से कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों की अटकलो में बुधवार को विराम लग गया। कांग्रेस सुप्रीमो कार्यालय से नामों की घोषणा होने के साथ ही जिला कांग्रेस में बगावत के सुर मुखर होते भी नजर आए। खासकर बालाघाट व वारासिवनी में घोषित प्रत्याशियों के नामों के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी खासे नाराज दिखाई दे रहे है। कांग्रेस द्वारा घोषित प्रत्याशियों के नामों में बालाघाट से कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विश्वेश्वर भगत चुनाव लड़ेंगे। वहीं कटंगी से टामलाल सहारे तथा वारासिवनी से भाजपा के बागी व सीएम शिवराज सिंह चौहान के ***** संजय सिंह मसानी के नाम की घोषणा की गई है।
इधर कांग्रेस ने देर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 113 कटंगी-खैरलांजी सीट पर टामलाल सहारे को अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा कर दी है। कंाग्रेस ने अपनी चौथी सूची जारी करते हुए टामलाल सहारे को अधिकृत प्रत्याशी बनाया है, जिससे क्षेत्र में लग रहे कयासों पर विराम लग गया है। वहीं अब तक बसपा ने अपने अधिकृत प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। जिससे बसपा के कार्यकर्ताओं में मायुशी देखी जा रही है। पार्टी सूत्रों की माने तो शुक्रवार को पार्टी अपने अधिकृत प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है। वहीं इसी दिन इस पार्टी के दावेदार उदयसिंह पंचेश्वर एवं प्रशांत मेश्राम अपना-अपना नामाकंन फार्म जमा करेंगे। गौरतलब हो कि इस बार 1 लाख 73 हजार 487 मतदान अपने अधिकार का उपयोग करेंगे। जिसमें 87646 पुरूष तथा 85841 महिला मतदाता शामिल है।
दुल्हा बन भरा नामाकंन
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विधानसभा चुनाव-2018 के अंतर्गत नाम निर्देशन पत्र जमा करने के पांचवें दिन 08 नवंबर को विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 113 में आंबेडकराईट पाटी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी ने अपना नामाकंन फार्म जमा कराया। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी भौनेन्द्र डहरवाल तथा पूनाराम बघेले ने नामाकंन फार्म जमा कराया। यह दोनों ही निर्दलीय उम्मीदवार सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बाजा-गाजा लेकर नामाकंन दर्ज कराने के लिए पहुचें थे। लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार पूनाराम बघेले (झीरिया सरपंच) बकायदा दुल्हे की तरह शहरा लगाकर पत्नी और सैकड़ों समर्थकों के साथ नामाकंन जमा करने के लिए आए थे।