सावधान! कभी भी हो सकता है हादसा
बालाघाटPublished: Oct 19, 2016 02:59:00 pm
प्राथमिक स्कूल को बाउंड्रीवाल की दरकारनदी किनारे संचालन होने से दुर्घटना का अंदेशा
बालाघाट/चिखलाबांध. खैरलांजी जनपद के ग्राम सावरी के ढीमरटोला में संचालित प्राइमरी व मिडिल में कभी भी कोई गंभीर दुर्घटना घटित हो सकती है। दरअसल इन स्कूलों का संचालन तेज प्रवाह से बहती नदी किनारे किया जा रहा है। बावजूद इसके सुरक्षा इंतजाम के रुप में बाउंड्रीवाल तक नहीं बनाई गई है। ऐसे में स्कूली बच्चों के साथ ही स्टॉफ को भी दुर्घटना होने की हरदम आशंका सताते रहती हैं।
स्कूली स्टॉफ के अनुसार उन्होंने कई बार बाउंड्रीवाल के लिए मांग की। लेकिन उनकी इस मांग की तरफ कोई गंभीर नहीं है।
84 बच्चे अध्यनरत
जानकारी के अनुसार वर्तमान में यहां पर एक ही इमारत में प्राइमरी और मिडिल दोनों ही स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। जिसमें प्राइमरी में 37 व मिडिल स्कूल में 45 कुल 84 बच्चे अध्यनरत है। जिनकी सुरक्षा व्यवस्था ताक पर रखते हुए उनके जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है।
कई बार कर चुके पत्राचार
यहां के प्रधान पाठक दामोदर ढबाले ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए चार वर्षो में करीब 5 बार विभागीय स्तर पर पत्राचार कर सुरक्षा दीवार बनाए जाने की मांग की। लेकिन आज तक किसी प्रकार की राहत नहीं मिल पाई हैं। वहीं क्षेत्रीय विधायक को भी मौखिक रुप से समस्या से अवगत कराया गया है। लेकिन उनके द्वारा भी ध्यान नहीं दिया गया है।
अतिरिक्त भवन की भी दरकार
वहीं प्रधानपाठक ढबाले के अनुसार उनके स्कूल में अरितरिक्त कक्ष या मिडिल स्कूल के लिए अलग से भवन की दरकार भी है। भवन के अभाव में मजबूरन दोनों स्कूलों की 8 कक्षाओं का संचालन 4 कमरों में ही किया जाता है। जिससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
इनका कहना हैं।
जनपद क्षेत्र में बहुत से स्कूलो द्वारा बाउंड्रीवाल की मांगे आई हैं। इस सबंध में जैसे ही विभाग से आदेश प्राप्त होंगे हमारे द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश नगपुरे, बीआरसी खैरलांजी
इस वित्तीय वर्ष की निधी खर्च कर ली गई हैं। जैसे ही अगले वित्तीय वर्ष में निधी प्राप्त होगी, हम इस कार्य को शामिल करेंगे। तब तक स्कूल प्रबंधन हमें प्रस्ताव भेजकर अवगत करा सकते हैं।
डॉ. योगेन्द्र निर्मल, विधायक