बालाघाट

रूठे मानसून को मनाने, किसानों ने शुरू किया रामायण पाठ

सरकार से उठा भरोसा, अब भगवान को लगे जपने

बालाघाटJul 20, 2019 / 04:30 pm

mukesh yadav

रूठे मानसून को मनाने, किसानों ने शुरू किया रामायण पाठ

चिखलाबांध। खैरलांजी क्षेत्र में इन दिनों अकाल जैसी स्थिति निर्मित होने लगी है। दरअसल लंबे समय से बारिश की आस में बैठे किसानों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। जिनके द्वारा रूठे मानसून को मनाने तरह-तरह के उपाए किए जाने लगे है। इसी कड़ी में इन दिनों विभिन्न मंदिरों और खेतों में भजन कीर्तन और रामायण पाठ का दौर जारी है। किसानों के अनुसार रूठा मानसून आधे से ज्यादा जुलाई माह बीत जाने के बाद भी सक्रिय नहीं हो रहा है। परिणाम स्वरूप उनके रोपा सूखने लगे हैं और खेतों में दरारें आने लगी है। यदि ऐसी ही स्थिति रही तो क्षेत्र में अकाल पडऩे के आसार नजर आ रहे हैं।
तपती धूप में अखंड रामायण
इधर गत दिवस तपती तेज धूप में गांधी चौक स्थित हनुमान मंदिर में किसानों व आम जनों के द्वारा अखंड रामायण का पाठ किया गया। कुछ किसान गांव की माता माई को मनाने में लगे दिखाई दिए। जुलाई के 2 सप्ताह गुजर जाने के बाद भी मानसून ने दस्तक नहीं दी है। कम वर्षा से किसानों के साथ आमजन भी परेशान है। लोगों ने अच्छी बारिश की कामना को लेकर जतन प्रारंभ कर दिए हैं।
०१ जुलाई से नहीं हुई बारिश
मानसून के धोखे से क्षेत्र के किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रहे है। बीते ०1 जुलाई से मानसून का इंतजार करते-करते १९ जुलाई बीतने लगा है। बावजूद इसके मुख्यालय सहित अंचल क्षेत्रों में हल्की बूंदा बूंदा ने किसानों को भगवान के द्वार पर लाकर खड़ा कर दिया है। किसान अब किसी चमत्कार और बारिश के इंतजार में है। ताकि उनके द्वारा लगाया गया रोपा न सूखे और शीघ्र ही वे परहा लगाना शुरू कर सकें।
खेत में दरार, जललने लगा रोपा
पानी नहीं मिलने से क्षेत्र के किसानों की खार जलने लगी है। किसानों द्वारा जलती खार को बचाने की नाकाम कोशिश की जा रही है। टैंकर से खार में पानी दिया जा रहा है। जो कि नाकाफी साबित हो रहा है। तेज धूप निकलते ही खेत जस के तस हो रहे हैं।

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