महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कांग्रेसियों ने किया सत्याग्रह आंदोलन
बालाघाटPublished: Mar 26, 2023 10:14:19 pm
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के विरोध में किया प्रदर्शन
महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कांग्रेसियों ने किया सत्याग्रह आंदोलन
बालाघाट. कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाए जाने के दूसरे दिन लोकसभा सदस्यता रद्द करने का मामला अब जोर पकडऩे लगा है। कांग्रेस ने इसके खिलाफ सत्याग्रह आंदोलन छेड़ दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में सत्याग्रह आंदोलन किया।
नगर के हनुमान चौक स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष कांग्रेसियों ने सत्याग्रह आंदोलन किया। यह प्रदर्शन करीब पांच घंटे तक चला। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व विधायक संजयसिंह उईके ने कहा कि भाजपा देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को खराब करने का काम कर रही है। कांग्रेस ने सडक़ पर उतरकर सत्याग्रह आंदोलन किया है। सभी कांग्रेसी नेता राहुल गांधी के साथ है। विधायक हिना कावरे ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द करने का काम केन्द्र की मोदी सरकार के ईशारे पर किया गया है। हम गांधीवादी लोग हैं, इसलिए इस अन्याय का प्रतिकार गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह आंदोलन करके कर रहे हैं। पूर्व विधायक मधु भगत ने कहा कि मोदी सरकार उद्योगपतियों के साथ मिलकर देश में अराजकता का माहौल पैदा कर लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विरोध किया तो पुराने मोदी प्रकरण को निकालकर उनकी सदस्यता रद्द करवा दी गई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव पुष्पा बिसेन ने कहा कि देश की मोदी सरकार राहुल गांधी से घबराई हुई है। राजनीतिक षडयंत्र के तहत राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता को मोदी सरकार के ईशारे पर खत्म करने का काम किया गया है। जिसकी कांग्रेस घोर निंदा करती है। कार्यवाहक जिलाध्यक्ष राजा सोनी ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र में आवाज को दबाने का काम कर रही है। जो भी भाजपा की गलत नीतियों के खिलाफ बोलता है तो उस पर ईडी की जांच या फिर सीबीआइ लगा दी जाती है। मोदी सरकार दमनकारी नीति अपना रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके अलावा अन्य कांग्रेसियों ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर उक्त नेताओं के अलावा केशर बिसेन, राजा लिल्हारे, भीम फुलसुंघे, अनूपसिंह बैस, जुगल शर्मा, आशुतोष बिसेन, पूर्व नपाध्यक्ष विवेक पटेल, राजा सोनी, जुगल शर्मा, रहीम खान, रचना लिल्हारे, अंजु जायसवाल, अनुराग चतुरमोहता, श्याम पंजवानी, कैलाश साहु, सुशील पालीवाल, संतोष जैन, गोकुल गौतम, जीतु राजपूत सहित अन्य मौजूद थे।