आधार कार्ड सुधारने डाक घर के लगा रहे चक्कर
बालाघाटPublished: Jul 19, 2018 06:36:29 pm
उकवा में स्थित डाक घर में लोग आधार कार्ड सुधारने चक्कर लगा रहे है। सरकार के द्वारा पहले आधार कार्ड बनवा दिया गया।
आधार कार्ड सुधारने डाक घर के लगा रहे चक्कर
बालाघाट. मॉयल नगरी उकवा में स्थित डाक घर में लोग आधार कार्ड सुधारने चक्कर लगा रहे है। केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा पहले आधार कार्ड बनवा दिया गया है। प्रारंभ में जब आधार कार्ड बनना चालू था जब भी लोगों की जेब खाली हुई। उस समय आधार कार्ड बनाने वालों ने सही जन्मतिथि लिखी। इसके अलावा उपनाम व मोबाइल नंबर नहींं लिखा गया न ही जाति प्रमाण पत्र से आधारकार्ड लिंक कराया गया। अब सरकार द्वारा आधारकार्ड में उक्त सभी जानकारी मांगा जा रहा है।
५० से १०० रुपए ले रहे शुल्क
गौरतलब हो कि उकवा क्षेत्र अंतर्गत करीब 56 ग्राम पंचायत आते है। शासन के द्वारा लोक सेवा केन्द्र के नाम पर प्राइवेट कम्प्यूटर ऑपरेटर रखा गया है। जो एक आधारकार्ड सुधारने के नाम पर 50 से १00 तक हितग्राहियों से शुल्क वसूल रहे है। सरकार कहती है कि डाक घर व लोक सेवा केन्द्र में आधारकार्ड ठीक किया जा रहा है। लेकिन डाक घर मे महज एक ही कर्मचारी होने के चलते एक दिन में ७-८ आधारकार्ड सुधारे जाते है। जिससे आधारकार्ड सुधरवाने लोग डाक घर के चक्कर लगा रहे है।
अलग से कर्मचारी की करें सुविधा
पोस्ट मास्टर के द्वारा डाक घर में आधारकार्ड सुधारने दोपहर 2 से 3 बजे तक का समय रखा गया है। पोस्ट मास्टर को अन्य सरकारी काम भी करना पड़ता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि शासन को एक निजी सेंटर व डाक घर में अलग से आधारकार्ड सुधारने के लिए कर्मचारी नियुक्त करना चाहिए।
काफी दूरी से आ रहे ग्रामीण
कार्ड सुधरवाने हितग्राही १० से ५० किलोमीटर की दूरी तय करके आते है। जिसमें बिठली, सोनगुड्डा, डाबरी, पाथरी, पितकोना, दलदला, समनापुर पानी टोला, जगनटोला, बैगाटोला सहित अन्य नक्सली क्षेत्र से ग्रामीणों को बरसात के समय में परेशानियों का सामना कर उकवा आना पड़ रहा है। उसके बावजूद भी आधार कार्ड ठीक नहीं हो पा रहा है जिससे खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
इनका कहना है
मुझे डाक घर से संबंधित सभी काम करना पड़ता है। मेरे अलावा दूसरा अलग से कर्मचारी नहीं होने से 1 घंटे में 7 से 8 कार्ड ठीक किए जाते हैं।
जितेन्द्र कुर्वेती, पोस्ट मास्टर