करोड़पति निकला सहायक समिति प्रबंधक, लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई
वर्ष 2007 से शुरू की नौकरी, 15 वर्ष में बन गया करोड़पति
अलसुबह लोकायुक्त पुलिस ने घर पहुंचकर की छापामार कार्रवाई
करीब पांच घंटे तक चलते रही जांच-पड़ताल
आदिम जाति सेवा सहकारी मर्यादित ग्राम करौंदा बहेरा में सहायक प्रबंधक के रुप में पदस्थ है संतोष भगत
बालाघाट
Published: May 10, 2022 10:19:32 pm
बालाघाट/बिरसा. वर्ष 2007 से एक सेल्समेन के रुप में नौकरी की शुरुआत करने वाला कर्मचारी महज 15 वर्ष में करोड़पति बन गया। इन 15 वर्षों में उसने करीब डेढ़ करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति अर्जित कर ली। इसका खुलासा मंगलवार को उस समय हुआ, जब लोकायुक्त जबलपुर पुलिस छापामार कार्रवाई करने सहायक समिति प्रबंधक के घर पहुंची। मामला जिले के बिरसा क्षेत्र के ग्राम करौंदा बहेरा निवासी आदिम जाति सेवा सहकारी मर्यादित करौंदा बहेरा के सहायक प्रबंधक संतोष पिता देवीलाल भगत का है। लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में संतोष भगत के खिलाफ धारा 13(1)बी, 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को जांच में लिया है।
जानकारी के अनुसार संतोष भगत ने वर्ष 2007 में सोसायटी में एक सेल्समेन के पद से अपने नौकरी की शुरुआत की थी। इसके बाद वह करीब 12 वर्ष तक सेल्समेन के रुप में ही अपनी सेवांए देते रहा। वर्ष 2019 में अपनी पहचान के बल पर वह लेखापाल के पद पर कार्यरत हुआ। वहीं महज दो वर्ष बाद जुलाई 2021 से वह प्रभारी प्रबंधक के पद पर आदिम जाति सेवा सहकारी मर्यादित ग्राम करौंदा बहेरा में अपनी सेवाएं दे रहा है। वर्ष 2007 से लेकर 2022 तक कम वेतन प्राप्त करने वाला संतोष भगत 15 वर्ष में ही करोड़पति बन गया। इधर, संतोष भगत के करोड़पति बनने के बाद एक युवक द्वारा आय से अधिक संपत्ति मामले में इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस जबलपुर को की गई थी। शिकायत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को बिरसा मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत करौंदा बहेरा में पहुंचकर छापामार कार्रवाई की। यह कार्रवाई उस समय की गई, जब संतोष भगत और उसके परिवार के अन्य सदस्य नींद से जाग ही रहे थे। लोकायुक्त पुलिस ने सुबह करीब 5.30 बजे डीएसपी जेपी वर्मा के नेतृत्व में निरीक्षक कमल सिंह उइके सहित उनकी 12 सदस्यीय टीम ने उसके घर पर छापामार कार्रवाई की। सुबह 5.30 बजे से शुरू हुई यह कार्रवाई करीब 10.30 बजे तक लगभग 5 घंटे तक चलते रही। जांच में एक करोड़ 41 लाख 7 हजार 899 रुपए की चल-अचल संपत्ति मिली। जिसमें मुख्य रुप से घर की इन्वेंटरी 605000 रुपए, बैंकों की एफडी 15 लाख रुपए, एलआइसी पर 525 हजार रुपए का निवेश, 6 लाख रुपए की लागत का आवास, कृषि व अन्य भूमि से संबंधित दस्तावेज 28 लाख 77 हजार 899 रुपए के, बिरसा स्थित दो भवन शोरूम सहित 50 लाख रुपए, बालाघाट में करीब 30 लाख रुपए का भवन मिला है।

करोड़पति निकला सहायक समिति प्रबंधक, लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
