लामता-समनापुर रेल पथ का होगा सीआरएस
बालाघाटPublished: Oct 30, 2020 08:20:15 pm
गेज सह इलेक्ट्रिक लाइन रेल पथ का करेंगे निरीक्षण, सीआरएस से हरी झंडी मिलने के बाद एक्सप्रेस ट्रेनों का हो सकता है संचालन
लामता-समनापुर रेल पथ का होगा सीआरएस
बालाघाट. गोंदिया-जबलपुर रुट पर लामता से समनापुर के बीच रेल पथ अमान परिवर्तन का कार्य का अंतिम रुप में अब रेलवे सेफ्टी कमिश्नर एके राय द्वारा ३१ अक्टूबर को निरीक्षण किया जाएगा। रेलवे सेफ्टी कमिश्नर द्वारा यदि हरी झंडी दी जाती है तो इस रुट पर एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन किए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। लामता-समनापुर के बीच रेल पथ का निरीक्षण करने के लिए रेलवे सेफ्टी कमिश्नर एके राय नैनपुर से लामता पहुंचेगें। इसके बाद लामता से समनापुर के बीच ट्रेक, इलेक्ट्रिफिकेशन और रेल पथ पर स्पीड का निरीक्षण करेंगे। इस रुट पर निरीक्षण के बाद अधिकारियों का दल बालाघाट-गोंदिया होते हुए नागपुर रवाना हो जाएगा।
रेलवे विभाग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार रेलवे सेफ्टी कमिश्नर एके राय ने शुक्रवार को चिरईडोंगरी-नैनपुर के बीच रेल पथ का निरीक्षण किया। वहीं ३१ अक्टूबर को सुबह सात बजे नैनपुर से रवाना होंगे, जो सुबह करीब ८ बजे लामता पहुंचेंगे। इसके बाद सुबह करीब ८.३० बजे से लामता और समनापुर के बीच रेल पथ का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद सुबह ९ बजे से मोटर ट्राली और टॉवर कार इंस्पेक्शन के माध्यम से लामता और समनापुर के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन वर्क का निरीक्षण करेंगे। दोपहर बाद अधिकारियों से चर्चा करेंगे। वहीं अंतिम में लामता से समनापुर के बीच स्पीड ट्रायल किया जाएगा। लामता से समनापुर के बीच स्पीड ट्रायल होने के बाद अधिकारियों का दल बालाघाट-गोंदिया होते हुए नागपुर के लिए रवाना होगा। इधर, सीआरएस की रिपोर्ट ओके रही तो सबसे पहले इस रूट पर लोडेड माल गाडिय़ों का परिचालन किया जाएगा। जिससे रेल रूट का अच्छे से परिक्षण हो जाएगा। सब कुछ सही रहा और कोराना संकट की रफ्तार कम हुई या रोकथाम के संसाधन उपलब्ध हुए तो इस रेल रुट में दिसम्बर माह से ट्रेनों का परिचालन शुरु हो सकता है।
विदित हो कि लामता-समनापुर के बीच रेल पथ निर्माण सहित अन्य कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं। रेल पथ बिछाने के साथ-साथ इलेक्ट्रिक लॉइन के तार भी बिछा लिए है। इससे पहले ही नैनपुर से लामता रेल खंड का इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य का रेल्वे ऑफ सेफ्टी के द्वारा सीआरएस कर ओके रिपोर्ट भेज दी गई थी। वहीं लामता से समनापुर के बीच पूर्व में इंजन और रेल बोगी का ट्रायल हो चुका है। माना जा रहा है कि गोंदिया से जबलपुर रेल पथ रेल्वे विभाग के लिए एक प्रमुख रेल खंड बनकर उभरेगा, जो भविष्य में डबल रेल लाइन के साथ दक्षिण-पूर्व रेल खंड का मुख्य हिस्सा होगा। यहां से सिंगल रेल लाइन में भी उत्तर से दक्षिण को जोडऩे वाली रेल गाडियों का परिचालन किया जाएगा। जिससे 273 किमी की अतिरिक्त दूरी कम होगी। आज जो रेल इलाहाबाद से जबलपुर होते हुए इटारसी-नागपुर-हैदराबाद-बंैगलोर जा रही है वे अब इस रुट से जाएगी। जिसके चलते सीधे-सीधे दूरी के साथ-साथ समय व किराया में भी बचत होगी। इस रुट पर ट्रेनों का संचालन होने से बालाघाट जिले के नागरिकों को अपने ही क्षेत्र से लंबी दूरी की रेल सेवा मिलेगी और वे सीधे जबलपुर, नागपुर, रायपुर, भोपाल, इलाहाबाद, हैदराबाद, बंैगलोर सहित अन्य स्थानों पर आवागमन कर सकेंगे।