scriptसर्पदंश पर न कराएं झाड़-फूंक, पंडा-पुजारी, ओझा से भी रहें दूर | Don't get rid of snakebite, stay away from panda-priest, exorcist | Patrika News

सर्पदंश पर न कराएं झाड़-फूंक, पंडा-पुजारी, ओझा से भी रहें दूर

locationबालाघाटPublished: Jun 29, 2022 10:38:28 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

एंटी स्नेक वेनम से बचाई जा सकती है पीडि़त की जानजिले के 41 स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध है एंटी स्नेक वेनम

सर्पदंश पर न कराएं झाड़-फूंक, पंडा-पुजारी, ओझा से भी रहें दूर

सर्पदंश पर न कराएं झाड़-फूंक, पंडा-पुजारी, ओझा से भी रहें दूर

बालाघाट. वर्षा ऋतु के दौरान सांप काटने की अधिक घटनाएं होती है। सांप काटने के बाद पीडि़त व्यक्ति को तत्काल अस्पताल पहुंचाने पर उसका उपचार कर जान बचाई जा सकती है। जिले की 41 स्वास्थ्य केन्द्रों में सांप के काटने पर उपचार के लिए एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध है। इसका इंजेक्शन लगाने के लिए स्वास्थ्य केन्द्र के स्टाफ को भी प्रशिक्षित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडेय ने बताया कि एंटी स्नेक वेनम के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में 20, सिविल सर्जन बालाघाट के कार्यालय में 50 इंजेक्शन स्टाक में रखे गए है। इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिरसा में 70, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मंडई में 5, सोनगुड्डा में 5, दमोह में 20, मानेगांव में 5, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बैहर में 100, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गढ़ी में 40, भंडेरी में 50, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालबर्रा में 40, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कटंगझरी में 15, मोहगांव में 10, जाम में 5, लामता में 20, चांगोटोला में 5, हट्टा में 20, रामपायली में 15, बुदबुदा में 5, झालीवाड़ा में 5, डोंगरमाली में 10 एंटी स्नेक वैनम रखे गए है।
इसी प्रकार सिविल अस्पताल वारासिवनी में 70, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कटंगी में 10, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र महदुली में 2, तिरोड़ी में 9, बम्हनी में 3, महकेपार में 10, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परसवाड़ा में 90, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उकवा में 10, सिविल अस्पताल लांजी में 40, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भानेगांव में 30, कारंजा में 2, रिसेवाड़ा में 24, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खैरलांजी में 100, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आरंभा में 5, मिरगपुर में 10, मोवाड़ में 9, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किरनापुर में 130, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रजेगांव में 10, माटे में 20 और सालेटेका में 10 एंटी स्नेक वेनम रखे गए है। जिले की जनता से अपील की गई है कि सांप काटने की घटना होने पर पीडि़त को तत्काल अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर लेकर जाएं, जहां एंटी स्नेक वेनम रखा गया है। जिन स्वास्थ्य केन्द्रों पर एंटी स्नेक वेनम रखा गया है उस स्वास्थ्य केन्द्र के स्टाफ को इसका इंजेक्शन लगाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
एंटी रैबीज वैक्सीन के 1557 इंजेक्शन
कुत्ता या अन्य पशुओं द्वारा मनुष्य को काटे जाने पर रैबीज की बीमारी से बचाव के लिए तत्काल एंटी रैबीज वैक्सीन लगाना जरूरी होता है। जिले में 1557 एंटी रैबीज वैक्सीन सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में उपलब्ध रखे गए है। एंटी रैबीज वैक्सीन के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में 203, सिविल सर्जन बालाघाट के कार्यालय में 650, खैरलांजी में 190, बिरसा में 55, लालबर्रा में 40, परसवाड़ा में 73, कटंगी में 51, बैहर में 30, रामपायली में 50, किरनापुर में 50, लामता में 130 और स्वास्थ्य केन्द्र वारासिवनी में 70 इंजेक्शन रखे गए है।
सर्पदंश पर न कराएं झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र- अपील
जिले की जनता से अपील की गई है कि सांप के काटने पर पीडि़त को तत्काल पास के स्वास्थ्य केन्द्र पर लेकर जाए। झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र के चक्कर में न आएं। झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र के लिए पंडा-पुजारी या ओझा गुनिया के पास पीडि़त को ले जाने पर उसकी जान जा सकती है। सांप के काटने पर झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र से जान नहीं बचाई जा सकती। पीडि़त की जान बचाने के लिए जितनी जल्दी हो सके उसे एंटी स्नेक वैनम का इंजेक्शन लगाना बहुत जरूरी होता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो