बालाघाट

मलेरिया नियंत्रण के लिए घर-घर किया जा रहा है लार्वा सर्वे

एम्बेड, फैमिली हेल्थ इंडिया की टीम कर रही है सर्वे

बालाघाटJun 20, 2021 / 07:25 pm

Bhaneshwar sakure

मलेरिया नियंत्रण के लिए घर-घर किया जा रहा है लार्वा सर्वे

बालाघाट. मलेरिया माह के तहत जिले के बैहर, बिरसा, परसवाड़ा, लांजी, लालबर्रा, बालाघाट और किरनापुर विकासखंड में एम्बेड टीम, फैमिली हेल्थ इंडिया के द्वारा घर-घर जाकर लार्वा सर्वे किया जा रहा है। साथ ही उपस्थित लोगों को मलेरिया व डेंगू के मच्छर पनपने नही देने के लिए समझाइश और मच्छर जनित बीमारियों के बारे में बताया जा रहा है। चूंकि बारिश होने लगी है विगत दिनों से लार्वा पनपने की संभावना हो गई है। सभी को अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि अनुपयोगी बर्तन, टायर आदि को नष्ट करें।
मौसम मच्छरों की पैदावार के अनुकूल हो चुका है, बारिश हो चुकी है साथ ही मौसम में बदलाब हो रहा है। ऐसे मौसम में मच्छर ज्यादा संख्या में अंडा देते है। जगह-जगह पानी भर गया है, मादा मच्छर हमेशा रुके या जमा हुए पानी मे अंडा देती है, अंडे से लार्वा, लार्वा से अंत में प्यूपा में बदलकर मच्छर बनता है। इस प्रक्रिया में लगभग 10 से 12 दिन लगते है। हमें ध्यान रखना है कि हम लोग खाली बर्तन, अनुपयोगी वस्तुओं उन्हें उलटकर या ढक कर रखें या उनका निष्पादन दें। क्योंकि ये पात्र पानी संचय और लार्वा की पैदाइश के लिए बहुत अनुकूल होते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी रामजी भालवी के मार्गदर्शन में फैमिली हेल्थ इंडिया एम्बेड की टीम नियमित रूप से लार्वा सर्वे कर रही है। जहां लार्वा मिलता है उसे नष्ट किया जाता है और अनुपयोगी समान को भी नष्ट किया जाता है। स्वास्थ विभाग के साथ मिल कर एंबेड परियोजना मच्छरदानी लगाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर रही हैं। साथ ही जहां पानी जमा हो रहा है वहां नाली बना कर पानी जमा होने से रोक रही है ताकि मच्छर प्रजनन न कर सकें और मलेरिया उन्मूलन के लिए जनता को संवेदनशील किया जा सके। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पाण्डे द्वारा बताया गया की जिले में मलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। आने वाले 15 दिन मच्छरजनित बीमारियों के लिए बेहद संवेदनशील है। मलेरिया विभाग और एंबेड परियोजना इसके लिए प्रयासरत हैं।
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