दोहरा हत्याकांड-रिश्तेदार ही निकला हत्यारा, 48 घंटे के भीतर किया पर्दाफाश
बालाघाटPublished: Nov 04, 2023 10:41:11 pm
पैसों के लिए की थी नानी की हत्या, मौके पर मौसी के पहुंचने पर उसे भी उतारा मौत के घाट
आरोपी के पास से पुलिस ने बाइक, सोने की चैन, नगद राशि की जब्त


बालाघाट. शहर मुख्यालय के दोहरे हत्याकांड मामले का पुलिस ने 48 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में मृतिकाओं का रिश्तेदार ही हत्यारा निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से पुलिस ने बाइक, सोने की चैन, नगद राशि जब्त की है। आरोपी ने पहले पैसे के लिए नानी की हत्या की थी। मौके पर मौसी के पहुंचने पर उसे भी मौत के घाट उतार दिया। शनिवार को पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी संतोष पिता रामचरण लिल्हारे निवासी नैतरा थाना नवेगांव को गिरफ्तार किया है।
एसपी समीर सौरभ ने बताया कि घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। जांच में संतोष लिल्हारे उक्त घर में दोपहर करीब 2.45 बजे आते हुए नजर आया। इसके बाद शाम करीब 4.05 बजे वापस जाते हुए देखा गया। इसी बीच संतोष ने घटना को अंजाम दिया। संतोष की गतिविधि संदिग्ध लगने पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसने पूछताछ में अपराध करना स्वीकार किया।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उसे लगता था कि फुलवंता बाई (मौसी) के पास काफी पैसे है। फुलवंता बाई समय-समय पर खेती के लिए अपने गांव नैतरा जाती थी। वहीं चंद्रावती लिल्हारे (नानी) घर में अकेली रहती थी। 1 नवंबर को चंद्रावती लिल्हारे की हत्या कर चोरी करने की मंशा से वह उनके घर गया था। उसने चंद्रावती की हत्या कर दी थी। इसी दौरान फुलवंता बाई (मौसी) अचानक घर में पहुंच गई। जिसके चलते उसने फुलवंता बाई को भी मौत के घाट उतार दिया। घर में चोरी कर वह मौके से फरार हो गया। जब पुलिस मामले की जांच कर रही थी तब शाम के वक्त संतोष भी मौके पर पहुंचा। मृतकों के परिजनों के साथ में था। इस तरह से संतोष लिल्हारे ने घटना को अंजाम दिया था।
उल्लेखनीय है कि रेलवे स्टेशन रोड बालाघाट पर 1 नवंबर को मां-बेटी की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी। इस घटना में मां चंद्रवंती पति सक्रया महाजन (70) और बेटी फुलवंता पति बुलाकी सुलाखे (50) दोनों नैतरा निवासी की मौत हो गई। दोनों मां बेटी रेलवे स्टेशन रोड पर एक हॉटल के पीछे रमेश टांक के घर में केयर टेकर का काम करती थी। दोनों पिछले 30 वर्ष से अधिक समय से निवास करती थी। जबकि मकान मालिक रमेश टांक नागपुर में निवासरत है। दोनों ही मां-बेटी रमेश टांक के घर में आने-जाने वाले मेहमानों के लिए भोजन, नाश्ता सहित सभी प्रकार की व्यवस्थाएं करती थी। घटना के बाद एसपी समीर सौरभ ने जांच टीम का गठन किया गया था। जांच टीम ने इस मामले को 48 घंटे के भीतर सुलझा लिया।