मई माह में ही सूखी वैनगंगा, डेथ स्टोरेज में पहुंचा पानी
बालाघाटPublished: May 17, 2019 09:40:21 pm
नगर मुख्यालय सहित एक सैकड़ा से अधिक गांवों में गहराएगा जल संकट
मई माह में ही सूखी वैनगंगा, डेथ स्टोरेज में पहुंचा पानी
बालाघाट. मई माह में ही वैनगंगा नदी सूख गई। आलम यह है कि वैनगंगा नदी का पानी डेथ स्टोरेज में पहुंच गया है। पानी के डेथ स्टोरेज में पहुंचने से न केवल नगर मुख्यालय बल्कि नदी के मुहाने बसे एक सैकड़ा से अधिक ग्रामों में जल संकट गहराएगा। हालांकि, प्रशासन ने इस भीषण जलसंकट से निपटने के लिए पानी की व्यवस्था किए जाने शासन को पत्र भी लिखा है। शीघ्र ही वैनगंगा नदी में जल स्तर बढ़ा हुआ नजर आएगा।
जानकारी के अनुसार बालाघाट शहर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली वैनगंगा नदी में अब कुछ ही दिनों का पानी शेष है। वैनगंगा नदी अब पूरी तरह से सूखने लगी है। वर्षों बाद वैनगंगा नदी का पानी डेथ स्टोरेज से भी नीचे जाने लगा है। नदी में जगह-जगह पत्थर और मिट्टी नजर आने लगी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वैनगंगा नदी में अब कितना पानी बचा है। यदि ऐसी ही स्थिति रही तो आगामी कुछ दिनों में बालाघाट शहर सहित नदी के मुहाने बसे एक सैकड़ा से अधिक ग्रामों में भीषण पेयजल संकट गहराएगा। इधर, वैनगंगा नदी में पानी की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नगर पालिका परिषद बालाघाट द्वारा शहर में केवल एक समय ही जलापूर्ति की जा रही है।
फिल्टर प्लांट में भी पानी भरने में हो रही दिक्कत
इधर, बालाघाट नगर में पूरी जलापूर्ति वैनगंगा नदी से होती है। इसके लिए बकायदा नदी में इंटकवेल बनाया गया है। इस इंटकवेल में भी अब पानी पहुंचने में परेशानी होनी लगी है। दरअसल, जिस स्थान पर इंटकवेल बनाया गया है, उस स्थान पर वैनगंगा नदी का पानी का लेवल इतना कम हो गया है कि इंटकवेल की मोटर से भी पानी खिंचने में दिक्कतें होने लगी है। जिसके कारण शहर में पर्याप्त जलापूर्ति नहीं हो पा रही है।
सैकड़ों गांवों में गहराएगा भीषण जल संकट
वैनगंगा नदी के सूखने या भू-जल स्तर के कम होने पर नदी के मुहाने बसे एक सैकड़ा से अधिक ग्रामों में भीषण जलसंकट गहरा जाएगा। अभी मई माह का पहला पखवाड़ा ही बीता है। जबकि जून माह पूरी बाकी है। ऐसे में जल संकट की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
शासन को लिखा गया है पत्र
जिले में जलसंकट से निपटने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जिसमें छिंदवाड़ा और सिवनी जिले से पानी मांगा गया है। ताकि वैनगंगा नदी के मुहाने बसे गांवों और नगर मुख्यालय में पानी की किल्लत न हो सकें। कलेक्टर के अनुसार एक-दो दिन में छिंदवाड़ा जिले से वैनगंगा नदी में पर्याप्त पानी आ जाएगा। जिससे वाटर रिचार्ज हो जाएगा। नदी के भू-जल स्तर पर भी असर पड़ेगा। इसी तरह सिवनी जिले के भीमगढ़ बांध से भी पानी लिया जाएगा। ताकि पानी लंबे समय तक वैनगंगा नदी में बना रहे।
इनका कहना है
जलसंकट से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है। छिंदवाड़ा और सिवनी जिले से पानी मांगे जाने के लिए पत्र लिखा गया है। एक-दो दिन में छिंदवाड़ा जिले से शीघ्र ही वैनगंगा नदी में पानी आ जाएगा। जल संरक्षण की दिशा में भी लगातार प्रयास किए जा रहे हंै।
-दीपक आर्य, कलेक्टर, बालाघाट