सूख रही वैनगंगा में जलभराव के लिए बारिश से आस
बालाघाटPublished: Jun 15, 2019 06:33:36 pm
8-10 दिनों का ही नदी में बचा है पानीफिल्टर प्लांट के इंटकवेल में फिर कम हुआ पानीइंटकवेल तक पानी लाने की हो रही कवायद
सूख रही वैनगंगा में जलभराव के लिए बारिश से आस
बालाघाट. जिले की जीवनदायिनी कहे जाने वाल वैनगंगा नदी एक बार फिर सूख रही है। सूखती हुई वैनगंगा नदी में जलभराव के लिए अब बारिश से आस है। मौजूदा समय में वैनगंगा नदी में केवल ८-१० दिनों का ही पानी शेष है। एक पखवाड़ा पूर्व वैनगंगा नदी में भीमगढ़ बांध से छोड़ा गया पानी भी अब खत्म होने लगा है। ऐसे में शीघ्र बारिश नहीं होती है तो बालाघाट मुख्यालय सहित एक सैकड़ा से अधिक ग्रामों में भीषण जलसंकट गहरा सकता है।
जानकारी के अनुसार बालाघाट शहर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली वैनगंगा नदी में अब कुछ ही दिनों का पानी शेष है। वैनगंगा नदी एक बार फिर से सूखने लगी है। नदी में जगह-जगह पत्थर और मिट्टी नजर आने लगी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वैनगंगा नदी में अब कितना पानी बचा है। यदि ऐसी ही स्थिति रही तो आगामी कुछ दिनों में बालाघाट शहर सहित नदी के मुहाने बसे एक सैकड़ा से अधिक ग्रामों में भीषण पेयजल संकट गहराएगा। इसके पूर्व भीमगढ़ बांध से करीब २०० क्यूमेक पानी वैनगंगा नदी में छोड़ा गया था, जो करीब ७२ घंटे बाद वैनगंगा नदी में पहुंचा था। जिसे बालाघाट में फिल्टर प्लांट के पास स्टोर किया गया था। स्टोर किए गए इस पानी से ही बालाघाट नगरीय निकाय में पानी की आपूर्ति की गई थी। लेकिन अब पुन: एक बार फिर से पानी की समस्या उत्पन्न होने लगी है।
नाली बनाकर इंटकवेल तक लाया जा रहा है पानी
नगर पालिका परिषद बालाघाट द्वारा शहर में जलापूर्ति के लिए बूढ़ी में फिल्टर प्लांट और इंटकवेल बनाया गया है। लेकिन मौजूदा समय में इस इंटकवेल के पास भी पानी पाइप से नीचे चला गया है। जिसके कारण पाइप से पानी लेने के लिए अन्य स्थानों पर नालियां बनाई जा रही है। ताकि फिल्टर प्लांट के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जा सकें। पूर्व में भी जिस स्थान पर इंटकवेल बनाया गया है, उस स्थान पर वैनगंगा नदी का पानी का लेवल इतना कम हो गया था कि इंटकवेल की मोटर से भी पानी खिंचने में दिक्कतें होने लगी थी।
इनका कहना है
वैनगंगा नदी में पानी कम हो गया है। फिल्टर प्लांट के इंटकवेल तक पानी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। नालियों के माध्यम से इंटकवेल के पाइप तक पानी पहुंचाकर जलापूर्ति की जा रही है।
-गजानन नाफडे, सीएमओ, नपा बालाघाट