चार माह से पंचायत से नदारद है रोजगार सहायक
बालाघाटPublished: Nov 21, 2019 08:28:01 pm
पंचायत के निर्माण कार्य अटके, ग्रामीण हो रहे परेशान, ग्राम पंचायत किनारदा का मामला
चार माह से पंचायत से नदारद है रोजगार सहायक
बालाघाट. चार माह से पंचायत से रोजगार सहायक व वर्तमान प्रभारी सचिव महेन्द्र धुर्वे नदारद है। इधर, रोजगार सहायक के नदारद होने से न केवल पंचायत के निर्माण कार्य अटके हैं। बल्कि ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और शासन की योजनाओं पर अमल भी नहीं हो पा रहा है। मामला जनपद पंचायत बैहर के ग्राम पंचायत किनारदा का है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत किनारदा के ग्राम रोजगार सहायक व वर्तमान प्रभारी सचिव महेंद्र धुर्वे 4 माह से पंचायत से नदारद है। जिसके कारण ग्रामीणों के कोई भी कार्य समय पर नहीं हो पा रहे है। ऐसे मामले में शासन जनता के प्रति तो सजग है, लेकिन अधिकारी खामोश नजर आते है। दरअसल, कोई शासकीय सेवक 4 माह से अपने कार्य के प्रति लापरवाह है और उसे अधिकारियों का भय नहीं है, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वार्ड क्रमांक 2 के पंच व उपसरपंच अर्जुन सिंह परते ने बताया कि रोजगार सहायक के नदारद रहने से पंचायत में विकास कार्य बिलकुल भी नहीं हो पा रहे है। ग्राम पंचायत के भृत्य चैतलाल भलावी को 9 माह से वेतन नहीं मिल पाया है। जिसके कारण उसे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड क्रमांक 3 के पंच मनोहर पुसाम, वार्ड 8 के पंच सुन्दर लाल मेरावी, वार्ड 7 के पंच दसरू और वार्ड क्रमांक 10 की महिला पंच हंसी बाई मरकाम सहित अन्य ने ऐसे लापरवाह रोजगार सहायक के ऊपर कार्रवाई किए जाने की मांग भी की है। उनका कहना है कि रोजगार सहायक की अनुपस्थिति में पंचायत के अनेक कार्य पिछड़ रहे हैं। लोगों को शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोग काफी परेशान हो रहे है।
इनका कहना है
रोजगार सहायक की लापरवाही के कारण ग्राम पंचायत विकास से वंचित हो रहा है। पंचायत के भृत्य का वेतन भी नहीं दे पा रहे है। ऐसे लापरवाह रोजगार सहायक पर उचित कार्रवाई और कोई अन्य सचिव को पदस्थ किए जाने की मांग करते है।
-लक्ष्मीप्रसाद टेकाम, सरपंच
रोजगार सहायक की लापरवाही के बारे में मुझे भी शिकायत मिली है। प्रभारी सचिव को दूरभाष नहीं लगने के कारण संपर्क नहीं हो पाया है। मेरे द्वारा समन्वयक के माध्यम से प्रभारी सचिव को नोटिस भेजा गया है।
-पुष्पेन्द्र व्यास, सीईओ, जपं बैहर