शहर में तेजी से पांव पसार रहा अतिक्रमण-
बालाघाटPublished: Mar 03, 2020 02:38:59 pm
शहर के अतिक्रमण पर नपा मौन
शहर में तेजी से पांव पसार रहा अतिक्रमण-
कटंगी। शहरी क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण को रोकने प्रशासन की गंभीर लापरवाही देखने को मिली रही है। यहीं वजह है कि नगर के भीतर जिसका जहां मन कर रहा है वहां वह अपने मनमुताबिक अतिक्रमण किए जा रहे हैं। मुख्य सड़कों पर दुकानें सज रही है। जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। वहीं सड़़क हादसों का डर भी बना रहता है। सड़कों पर फैला अतिक्रमण शहर के पिछड़ेपन एवं अधिकारियों को सुस्ती को प्रदर्शित कर रहा है। लेकिन इस बात की परवाह ना तो राजस्व विभाग कर रहा है और ना ही नगर परिषद को इसकी चिंता है। जबकि अतिक्रमण हटाने की पहले कई बार प्लानिंग की जा चुकी है। लेकिन इस प्लानिंग में केवल छोटे दुकानदार और गुमठीधारियों के ही अतिक्रमण हटाकर औपचारिकता पूरी की गई है। नगर के धन्नासेठों और रसूखदारों के अतिक्रमण पर आंच तक नहीं आती है। जिसकी बानगी पूर्व की कार्रवाई में देखने को मिल चुकी है। धन्नासेठों के अतिक्रमण को बचाने शहर में सड़कों की चौड़ाई तक घटाई गई है, यह बात किसी से छिपी नही है पर मजाल है कि कोई अपसर और नेता इन पर कार्रवाई करने की हिम्मत जुटा पाए।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के नाम पर केवल बस स्टैंड की गुमठियों और हाथठेलों और शॉपिग काम्प्लेक्स के त्रिपाल व पर्दों को हटाने की कार्रवाई करता है। मुख्य सड़़क मार्ग पर शासकीय नवीन माध्यमिक शाला से लेकर सिनेमा चौक तक सड़़क पर फैले अतिक्रमण को हटाने की पारी आते ही कार्रवाई थम जाती है। ऐसा होने पर अकसर जनता सवाल करती है कि आखिरकार किसके इशारें पर कार्रवाई रुकती है। लेकिन इस सवाल का आज तक जबाव ही नहीं मिल पाया है। गुजरी चौक, सिवनी रोड, गांधी चौक, पुराना पेट्रोल पंप चौक में सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा जमाकर रखा गया है। इस कब्जे को कब हटाया जाएगा इस सवाल आज भी बरकरार है।
अभियान शुरू किए जाने की मांग
जानकारी के अनुसार नगर परिषद पूर्व में कई बार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करने की बात कर चुकी है। लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ कागजों और आश्वासनों में ही टिकी दिखाई देती है। नपा की सुस्ती का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि नपा के पास तो इस बात के भी ठीक-ठाक आंकड़े उपलब्ध नहीं है कि शहर में कितने कच्चे और पक्के अतिक्रमण है। फिलहाल स्थानीय जनता अतिक्रमण से पस्त हो गई है। जिनके द्वारा जिला मुख्यालय की तर्ज पर अतिक्रमण हटाओं अभियान की मांग की जाने लगी है।
वर्सन
शासन के निर्देश पर पूर्व में अतिक्रमण कारियों को समय समय पर चेतावनी दी जाती रही है। वहीं शीघ्र ही राजस्व अमले के साथ मिलकर अतिक्रमण हटाने को लेकर विचार किया जाएगा।
निशांत ठाकुर, सीएमओ नगर परिषद