घर-घर हुई भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित
बालाघाटPublished: Sep 03, 2018 11:54:47 am
जय कन्हैया लाल के चहुंओर गूंजे जयकारे
घर-घर हुई भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित
बालाघाट. यशोदा के नंदलाल नटखट कन्हैया का जन्मोत्सव रविवार को पूरे जिलेभर में धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ भक्तिमय माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर नगर के गुजरी बाजार समीप स्थित प्राचीन श्रीकृष्ण मंदिर को आर्कषक रंग-बिरंगी लाईटिंग से सजाया गया। मंदिर में सुबह से ही श्रदालुओं के भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन व पूजा अर्चना करने भीड़ लगने लगी थी। विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के बाद रात्रि में केक काटकर जन्मोत्सव मनाया गया।
प्रतिमा की सजी दुकानें
कृष्ण जन्माष्टमी पर नगर में जगह-जगह विभिन्न आयोजन किया गया। कृष्ण भक्तों ने वृत रखकर घरों में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की। जन्माष्टमी पर्व को लेकर बाजार भी गुलजार रहे मूर्तिकारों ने भगवान की प्रतिमा को अंतिम रूप देकर बाजार में विक्रय के लिए सजाकर रखा। नगर के प्रमुख बाजारों के अलावा ग्रामीण अंचलों के भी प्रमुख चौराहों पर भी भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियों की दुकानें सजी रही।
पुरानी श्रीराममंदिर में विविध कार्यक्रम
नगर के पुराने श्रीराममंदिर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर गीत गोविन्द गायन व नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर सभी का मन मोहा। रविवार को अभिषेक पूजन व रात्रि १० बजे से नगर की भजन मंडली द्वारा भजन कीर्तन किया गया। रात्रि १२ बजे धूमधाम से भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।
श्रीमद् गीता का हुआ पाठ
नगर के श्री शिवसाईं मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीमद् गीता के अध्याय का पाठ किया गया। पंडित श्रीकृष्ण की प्रतिमा की पूजा अर्चना कर गीता पाठ का शुभारंभ किया। गीता पाठ समापन पश्चात् प्रसाद का वितरण किया गया। श्री शिवसाईं मंदिर में साईं बाबा के दर्शनार्थ श्रदालुओं की भीड़ लगी रही।
जगह-जगह फूटेगी मटकी
जन्माष्टमी के दूसरे दिन सोमवार को नगर में जगह-जगह मटकी बांध मटकी फोड़ी जाएगी। इस वर्ष भी मटकी फोड़ को लेकर जय जवान जय किसान कहारी मोहल्ला के द्वारा तैयारी की गई है। दोपहर १२ बजे से दुर्गामंदिर से मटकी फोडऩे गोंविन्दा आला की टोली डीजे व बैंड की मधुर धुनों के साथ निकलेगी। जो नगर में विभिन्न संगठनों द्वारा बांधी गई दही हांडी को फोड़ माखन लुटेगी।