धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान का विक्रय करने के बाद एकमुश्त भुगतान नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों के सब्र का बांध शुक्रवार को फूट पड़ा। बड़ी संख्या में किसानों ने शहर के हनुमान चौक में एकत्रित होकर प्रदर्शन स्वरुप चक्काजाम किया।
बालाघाट. धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान का विक्रय करने के बाद एकमुश्त भुगतान नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों के सब्र का बांध शुक्रवार को फूट पड़ा। बड़ी संख्या में किसानों ने शहर के हनुमान चौक में एकत्रित होकर प्रदर्शन स्वरुप चक्काजाम किया। आंदोलन के दौरान किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों और बैंकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन और समझाईश के बाद चकाजाम को बहाल किया गया।
इस संबंध में किसानों का नेतृत्व कर रहे राजा लिल्हारे ने बताया कि किसानों द्वारा जी तोड़ मेहनत कर बड़ी मुश्किल से फसल उत्पादन किया जाता है, ताकि वे उस फसल का विक्रय कर अपने परिवार का पालन पोषण के साथ ही अपने जरुरी खर्चे निकाल पाए। लेकिन धान विक्रय करने के बाद किसानों को महज 5 हजार रुपए का ही भुगतान किया जा रहा है। जिससे किसान भाईयों को भारी आर्थिक संकट व परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
राजा लिल्हारे ने बताया कि शासन ने बैंकों को एक बार में 24 हजार रुपए तक का भुगतान करने के निर्देश दिए है। बावजूद इसके नियमों की अव्हेलना करते हुए जिले के किसानों को कम राशि का भुगतान किया जा रहा है। इसी बात के विरोध में चक्काजाम आंदोलन कर प्रशासनिक अधिकारियों से नियमानुसार भुगतान किए जाने की मांग की गई है। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम कामेश्वर चौबे ने किसानों को आश्वस्त किया कि अब किसानों को पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर भुगतान किया जाएगा। बैंक में जब तक कैश रहेगा किसानों को 24-24 हजार के मान से भुगतान किया जाएगा। इसके बाद कैश आने के बाद भुगतान किया जाएगा।