मामले की जांच करने पर पता चला कि खनन व परिवहन कार्य औद्योगिक कार्य के लिए नहीं बल्कि निजी भूमि स्वामी की जमींन में किया जा रहा था। इस कारण वाहनों को नायाब तहसीलदार की अनुमति पर थाने से छोड़ा गया है।
आकाक्षा चौरसिया, तहसीलदार लालबर्रा
आकाक्षा चौरसिया, तहसीलदार लालबर्रा