scriptFive crore water conservation scheme, still not getting enough water | पांच करोड़ की जलावर्धन योजना, फिर भी पर्याप्त नहीं मिल रहा पानी | Patrika News

पांच करोड़ की जलावर्धन योजना, फिर भी पर्याप्त नहीं मिल रहा पानी

locationबालाघाटPublished: Mar 17, 2023 08:22:55 pm

Submitted by:

mukesh yadav

पर्याप्त बिजली आपूर्ती नहीं होने से आ रही परेशानी
नहीं भर पाती पानी की टंकी एक दिन की आड़ में स्पलाई किया जाता है पेयजल

पांच करोड़ की जलावर्धन योजना, फिर भी पर्याप्त नहीं मिल रहा पानी
पांच करोड़ की जलावर्धन योजना, फिर भी पर्याप्त नहीं मिल रहा पानी
बालाघाट/तिरोड़ी। पांच करोड़ 29 लाख की जल आवर्धन योजना बावजूद इसके ग्रामीणों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। मामला जिले की मॉयल तिरोड़ी का है। दरअसल तिरोड़ी वासियों की पानी की समस्या को खत्म करने यहां जलावर्धन योजना शुरू की गई। लेकिन योजना के तहत बनाया गया फिल्टर प्लांट तिरोड़ी में न बनाते हुए समीप के गांव बम्हनी में बनाया गया है। वहीं इस प्लांट में बोनकट्टा पावर हाउस से बिजली सप्लाई होती है। लेकिन यहां बिजली की पर्याप्त आपूर्ती नहीं होने से प्लांट की पानी टंकी नहीं भर पाती है और ग्रामीणों को पर्याप्त पेयजल सप्लाई नहीं हो पाता है। ग्रामीणों की माने तो उन्हें एक दिन की आड़ में योजना के तहत पानी सप्लाई किया जाता है। ऐसे में एक दिन उन्हें पेयजल और निस्तार के पानी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि करोड़ों की योजना के बावजूद पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। ऐसे में योजना के उद्देश्य को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
पांच करोड़ की योजना
जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में लोगों की प्यास बुझाने के लिए प्रदेश सरकार के सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणा पर जलावर्धन योजना का काम प्रारंभ किया गया था। जिसकी लागत 5 करोड़ 29 लाख रुपए थी। इस कार्य को करवाने का जिम्मा पीएचई विभाग को सौंपा गया था। ग्रामीणों ने बताया कि पीएचई विभाग ने भी बड़े मुश्किल से काम करने की बात कहते हुए कई वार्डों में पाइप लाइन भी पूरी तरह से नहीं बिछा पाए हैं। वहीं कार्य को पूर्ण कर योजना की शुरूआत कर दी गई। अब कहीं एक दिन की आड़ में तो कही पाइप लाइन के अभाव में ग्रामीणों तक पानी ही नहीं पहुंचता है।
बिजली की बनी समस्या
जलावर्धन योजना का फिल्टर प्लांट बम्हनी में है और बावनथड़ी नदी से पानी फिल्टर प्लांट में आता है। यहां पर बोनकट्टा से पावर हाउस से बिजली आती है, जो कई बार गुल हो जाने या काटौती होने से लोगों को अलसुबह से पानी की जुगत में हैंडपंपों व कुओं की रूख करना पड़ता है।
दो है पानी की टंकिया
जानकारी के अनुसार तिरोड़ी में पानी की आफत बनी हुई थी और क्षेत्र में कम बारिश होने से बांध, तालाब, नाले, झिरिया सहित अन्य जलस्त्रोत पूरी तरह से भर नहीं पाते थे। इसके लिए मॉयल नगरवासियों की मांग पर पूर्व प्रदेश सरकार ने एक और पानी टंकी निर्माण करवाई। बम्हनी प्लांट के अलावा तिरोड़ी में 5-5 लाख लीटर की पानी टंकी बनाई गई है। अब दोनों टंकियों में बावनथड़ी नदी से पानी भरा जाता है। इसके लिए अतिरिक्त समय लगता है। वहीं बिजली आपूर्ती पर्याप्त नहीं हो पाता है। ऐसे में एक-एक दिन की आड़ में टंकियों में पानी भर सप्लाई किया जाता है। इसी कारण कभी बम्हनी तो कभी तिरोड़ी वासियों को पेयजल मुहैया हो पाता है।
खास-खास-
5 करोड़ 29 लाख की जलावर्धन योजना।
बम्हनी और तिरोड़ी में 5-5 लाख लीटर की टंकी।
तिरोड़ी पंचायत में 600 कनेक्श है।
20 वार्डों में 10 हजार की आबादी है।
वर्सन
तिरोड़ी के जलावर्धन योजना का फिल्टर प्लांट ग्राम बम्हनी में है और वहां पर समय पर बिजली नहीं रहने से पानी टंकी नहीं भर पाती है। जिससे दो साल से पानी एक दिन बाद मिलता है। आगामी गर्मी में पानी की समस्या और बढ़ेगी।
फौजिया खान, सरपंच ग्राम पंचायत तिरोड़ी।
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