रेंज आफिस सभाग्रह में दिया जा रहा गार्ड का प्रशिक्षण, प्रशिक्षण उपरांत १० हजार मासिक वेतन पा सकेंगे युवा
बालाघाट. जिले के नक्सल प्रभावित ग्रामों के बैगा आदिवासी बेरोजगार युवाओं के दिन अब फिरने वाले हैं। ऐसे युवाओं को वन विभाग विशेष प्रशिक्षण देकर इस लायक बना रहा है कि वे अपना व अपने परिवार का सही तरीके से पालन पोषण कर सकें। इसके लिए बकायदा उत्तर उकवा के सब डिविजन आफिस के सभाग्रह में २३ बेरोजगार युवक-युवतियों को पहली बार सिक्योरिटी गार्ड की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। उत्तर सामान्य वन मंडल एसडीओ एमएस श्रीवास्तव के अनुसार प्रशिक्षण पूरा होने पर इन युवाओं को स्वयं क?
रोजगार ?? स्थापित करने मुद्रा बैंक से पांच लाख तक का लोन या फिर करीब १० हजार मासिक वेतन का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जिले में अब तक पुलिस विभाग द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के तहत ऐसे प्रशिक्षण व युवाओं को रोजगार मुहैया कराए जाने प्रयास किए जाते रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन द्वारा भी बैगा आदिवासी युवाओं की होमगार्ड या अन्य विभाग में भर्ती की प्रक्रिया की जा रही है। ताकि ऐसे युवा बेरोजगारी से परेशान होकर नक्सलवाद का दामन न थामें। इन तमाम प्रयासों के बाद अब वन विभाग द्वारा पहली बार इस तरह का प्रशिक्षण शुरू किया गया है। जिसे नक्सलवाद उन्नमूलन व ऐसे क्षेत्रों के युवाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़े जाने का कारगर कदम समझा जा रहा है।
यहां के युवाओं को प्रशिक्षणएसडीओ श्रीवास्तव के अनुसार पहली बार सिक्योरिटी गार्ड प्रशिक्षण में जिले के उत्तर उकवा, दक्षिण उकवा, उत्तर लामता व दक्षिण लामत रेंज के अंतर्गत आने वाले विभिन्न ग्रामों के २३ बेरोजगार युवक युवतियों का चयन किया गया है। इनमें ऐसे युवा शामिल है जिनकी उम्र १८ से ३५ वर्ष के बीच है। वहीं युवाओं का कम से कम १० वीं कक्षा उत्तीर्ण होने आश्वयक रखा गया था।
तीन माह तक की जाएगी टे्रकिंगएसडीओ श्रीवास्तव ने बताया कि इन युवाओं को प्रशिक्षण देने के बाद इन्हें विभिन्न जिलों व इलाकों में जॉब दिलवाई जाएगी। इसके बाद लगातार तीन माह तक इन युवाओं की ऑनलाइन ट्रेकिंग भी की जाएगी। जिसमें यह देखा जाएगा कि कही इन युवाओं को जॉब में कोई परेशानी या दिक्कत तो नहीं आ रही है। यदि ऐसा कुछ पाया जाता है तो उन युवाओं की मदद भी की जाएगी। एसडीओ श्रीवास्तव ने बताया कि यह पहला अवसर है जब वन विभाग द्वारा योजना के तहत सिक्योरिटी गार्ड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें सफलता मिलने के बाद वरिष्ठों के निर्देश पर आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी।
वर्सनशासन के निर्देशानुसार व योजना के तहत ही युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद इनकी जॉब भी लगवाई जाएगी। यदि इस दौरान किसी को कोई परेशानी आती है तो उसका हल भी निकाला जाएगा।
एमएस श्रीवास्तव, उपवनमंडलाधिकारी उत्तर सामान्य वन मंडल