खैरीकांड में अपनो को खोने का गम आज भी हरा
बालाघाटPublished: Jun 08, 2019 07:04:08 pm
खैरी में पटाखा विस्फोट कांड के मृतकों को दी गई श्रद्धांजली, पुण्यतिथि भोज पर जुटे ग्रामीण
खैरीकांड में अपनो को खोने का गम आज भी हरा
बालाघाट। 7 जून 2017 की दोपहर खैरी पटाखा विस्फोट कांड में मारे गए 26 से ज्यादा श्रमिकों का परिवार आज भी अपनो को खोने का गम महसुस कर रहा है। आज भी परिवार का जख्म हरा है। यह बात युवा समाजसेवी राजा लिल्हारे ने खैरीकांड के मृतको को श्रद्धाजंली देने के बाद कही। उन्होंने कहा कि खैरी पटाखा विस्फोट कांड आज भी लोगों के जेहन में है। जिले में पटाखा विस्फोट कांड की घटना में इतने लोगों की एकसाथ दर्दनाक मौत ने लोगों को हिलाकर रख दिया था। जिसमे प्रशासन ने जांच और कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। लेकिन घटना के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने खैरीकांड की जांच को सार्वजनिक नहीं किया और न ही इस मामले में कोई दोषी सामने आ पाया। जबकि आज भी इस कांड के जिम्मेदारों पर कार्रवाई का इंतजार परिवार और जिले के लोगों को है।
गौरतलब हो कि 7 जून को खैरी में पटाखा विस्फोट कांड में करीब 26 श्रमिकों की मौत हो गई थी। उस दौरान यह मामला काफी चर्चित रहा था। जिसमें जिम्मेदारों के उपर कार्रवाई को लेकर हर ओर से मांग उठ रही थी। लेकिन समय के साथ यह मांग कमजोर होती चली गई। मृतकों की दूसरी पुण्यतिथि मना रहे युवा समाजसेवी राजा लिल्हारे ने एक बार फिर कार्रवाई की बात कर मामले को गर्मा दिया है।
गत 7 जून को खैरी पंचायत में मारे गए श्रमिकों को श्रद्धाजंली दी गई। जिसमें मृतकों की आत्मा की शांति के लिए सुंदरकांड का भक्तिमय पाठ, हवन, पूजन के बाद पुण्यतिथि कार्यक्रम मेंं पहुंचे ग्रामीण और मृतकों के परिवार के साथ मिलकर साथ भोजन ग्रहण किया।
खैरीकांड के मृतको को दी गई श्रद्धाजंली कार्यक्रम में सुखदेव मुनी कुतराहे, फागुलाल मोहारे, सरपंच फुलकनबाई मोहारे, पूर्व सरपंच गौरीशंकर मोहारे, विशाल अटराहे, हरीश लिल्हारे, किशोर माहुले, चक्रेश मोहारे, राजेश दमाहे, कमलेश पिछोड़े, भरतलाल अटराहे, खानालाल अटराहे, रामबाई बघेले, प्रमिला लिल्हारे, सुरेन्द्र उपवंशी सहित पंचायत के ग्रामीण और मृतक परिवार के सदस्य मौजूद थे।