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मानदेय वृद्धि के आदेश जारी करें सरकार

locationबालाघाटPublished: May 19, 2018 08:48:36 pm

Submitted by:

mukesh yadav

बुलंद आवाज आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संगठन ने सरकार से की मांग

aanganwadi

मानदेय वृद्धि के आदेश जारी करें सरकार

बालाघाट। मप्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के मानदेय सहित सेवामुक्ति की आयु में वृद्धि, यात्रा एवं दैनिक भत्ता तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पदपूर्ति में बोनस अंक को लेकर मप्र बुलंद आवाज आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ ने प्रदेश में अपनी आवाज बुलंद की थी। जिसके परिणाम स्वरूप विगत 8 अप्रैल को भोपाल में मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ता और सहायिकाओं को संबोधित करते हुए मानदेय सहित अन्य मांगों के निराकरण का वादा किया था। जिसके परिपालन में मुख्यमंत्री द्वारा सेवामुक्ति की आयु में वृद्धि, यात्रा एवं दैनिक भत्ता तथा कार्यकर्ता पदपूर्ति में बोनस अंक की घोषणा का परिपालन करवा दिया है। लेकिन इसी महापंचायत में मुख्यमंत्री द्वारा कार्यकर्ता को मानदेय 5 हजार से 10 हजार और सहायिका को मानदेय ढाई हजार से 5 हजार रुपए किए जाने की घोषणा की थी। इसके अलावा कार्यकर्ताओं को डिलेवरी के समय 16 हजार रुपए की मदद, 62 वर्ष में सेवानिवृत्ति पर कार्यकर्ता को एक लाख रुपए व सहायिका को 75 हजार रुपए, आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार की बेटी को अनुकंपा नियुक्ति में 10 प्रतिशत की छूट देने और अच्छा काम करने वाली कार्यकर्ता एवं सहायिका को दीनदयाल सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई थी। लेकिन इन घोषणाओं का परिपालन नहीं होने से कार्यकर्ता और सहायिका स्वयं को ठगा सा महसुस कर रहे हंै। इसी विषय को लेकर शनिवार को शहर के कालीपुतली चौक स्थित उद्यान में संगठन संरक्षक सौरभ लोधी की प्रमुख उपस्थिति में कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की बैठक रखी गई थी।
बैठक में संगठन की प्रदेश महासचिव योगिता कावड़े ने सरकार से मानदेय सहित अन्य घोषणा के शीघ्र परिपालन करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार कार्यकर्ता और सहायिकाओं के हितों में की गई घोषणा का पालन नहीं करती है, तो इसके खिलाफ पूरे प्रदेश की एक लाख 80 हजार कार्यकर्ता और सहायिकाएं सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए बाध्य होगी।
३१ मई के बाद आंदोलन
कावड़े ने कहा कि सरकार ने जो घोषणा की थी, उसे पूरा करें। इसके लिए बालाघाट प्रवास पर आने वाले मुख्यमंत्री से मुलाकात कर संगठन इस बाबत मुख्यमंत्री से चर्चा करेगा और यदि 31 मई तक शेष घोषणाओं को पूरा नहीं किया जाता है, तो इसके खिलाफ पूरे प्रदेश में संगठन आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा। बैठक में प्रमुख रूप से भूमि सुगनपाते, सिमलता सोनेकर, अमिता ग्वालवंशी, राजेश्वरी कावरे, उषा कठौते, ज्ञानवंती डहारे, अनिता सोनवाने, पुष्पलता डहरवाल, सीमा गजभिए, दुर्गा बढ़ई, नमिता ठाकरे, यमुना राऊत, रीता गौतम, अनिता उके, तारा लिल्हारे, मनीषा विश्वकर्मा, मनीषा वाहने, पूर्णिमा पटले, पुष्पा सेलोकर, निलाशा लिल्हारे, लक्ष्मी नागेश्वर, ज्योत्सना ठाकरे, सरोज कटरे, गीता भेदे, सरोज नेवारे, माला सिन्हा, मनोरमा शिंदे सहित अन्य कार्यकर्ता और सहायिका मौजूद थी।

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