राज्यपाल ने आवास के हितग्राहियों, सिकलसेल के मरीजों से किया संवाद
आयुष मेले, प्रदर्शनी का किया शुभारंभ
कॉलेज परिसर में रानी दुर्गावती की प्रतिमा का किया अनावरण
बालाघाट
Published: May 08, 2022 09:28:28 pm
बालाघाट. आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में इस तरह के मेलों का आयोजन ग्रामीण जनता के लिए उपयोगी साबित होगा। कई असाध्य बीमारियों का इलाज वनों की औषधियों में छुपा है। यह बातें प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कही। वे रविवार को परसवाड़ा मुख्यालय के रानी दुर्गावती महाविद्यालय परिसर में आयोजित आयुष मेले को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेश दौरे पर उनके द्वारा इस दिवस का जिक्र किया गया। अपने राजनीतिक जीवन के शुरूआत के दिनों को याद करते हुए राज्यपाल पटेल ने कहा कि एक बच्चे को वे इलाज के लिए चिकित्सक के पास ले गए थे, वह बच्चा सिकलसेल एनिमिया की बीमारी से ग्रसित था। उक्त बीमारी से बच्चे की जान चली गई, इस बात से व्यथित होकर उन्होंने सिकलसेल के मरीजों की पहचान कर उनके इलाज का बीड़ा उठाया। इस बीमारी से बचने के लिए विवाह के पूर्व सिकलसेल की जांच अवश्य कराना चाहिए। ताकि होने वाली संतान में यह बीमारी न हो। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 21 विश्वविद्यालयों को 5-5 गांव देकर यहां रहने वाले परिवारों की स्वास्थ्य जांच करने का कार्य सौंपा है। इसका उद्देश्य है कि ऐसे मरीजों की पहचान की जाकर उनका ईलाज करवाया जा सके।
कार्यक्रम स्थल पर आयुष विभाग द्वारा लगाई गई स्टाल, प्रदर्शनी का राज्यपाल ने अवलोकन किया। यहां पर सिकलसेल बीमारी की पहचान, उसके उपचार व अन्य बीमारियों का आयुर्वेद, होम्योपैथी पद्धति से उपचार का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उन्होंने सिकलसेल एनिमिया से ग्रसित बच्चे ग्राम दलदला के विवेक पन्द्रे, मेंडकी की सलोनी गेरवे, पल्हेरा की वैशाली घरडे, छोटी सुरवाही के मनीष हिरवाने से चर्चा कर उनका उत्साह बढ़ाया और कहा कि उनकी बीमारी का उपचार है। उन्होंने मौके पर मौजूद चिकित्सकों से कहा कि इन बच्चों का ध्यान रखें और उनसे नियमित रूप से योग व व्यायाम करने कहें। प्रदर्शनी में बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर, डिंडोरी, ग्वालियर और जबलपुर के आयुष औषधालयों द्वारा पंचकर्म उपचार विधि, ऋतु अनुसार आहार, वैद्य आपके द्वार, हर्बल गार्डन, वन औषधियों पर आधारित, कृषि विभाग द्वारा जैविक चिन्नौर, वन विभाग द्वारा बांस उत्पादों का प्रदर्शन किया गया।
हितग्राही देवसिंह उईके के घर किया भोजन
राज्यपाल ने परसवाड़ा प्रवास के दौरान ग्राम पंचायत डोंगरिया के लच्छीटोला पहुंचकर प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कलाबाई बाहेश्वर और अन्य हितग्राहियों से पूछा कि आवास के लिए कितनी राशि मिली है और इसके लिए कोई परेशानी तो नहीं हुई। हितग्राहियों ने बताया कि उन्हें एक लाख 48 हजार रुपए की राशि मकान बनाने के लिए मिली है और उनके द्वारा अपनी ओर से भी राशि लगाई गई है। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार जीवन में एक ही बार घर बनाता है, गरीब व्यक्ति का जीवन झोपड़ी में ही गुजर जाता है। गरीब के इस सपने को प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से साकार किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढाओ योजना का भी जिक्र किया। इसके माध्यम से उन्होंने सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों से सभी को अवगत कराया। राज्यपाल ने लच्छीटोला के प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही देवसिंह उईके के घर पर भोजन किया। देवसिंह और उसकी पत्नी ने राज्यपाल और उनके साथ आए अन्य अतिथियों का आत्मीय स्वागत सत्कार कर उन्हें भोजन कराया।
इस अवसर पर राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे ने बताया कि वर्ष 2012 में परसवाड़ा में महाविद्यालय का लोकार्पण किया गया था। आज राज्यपाल द्वारा महाविद्यालय परिसर में रानी दुर्गावती की मूर्ति का अनावरण किया गया है। कहा कि राज्यपाल की सोच है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को चिन्हित करें, जो सिकलसेल एनीमिया की बीमारी से ग्रसित है। इसके लिए आयुर्वेद जैसी प्राचीन स्वास्थ्य पद्धति में इस बीमारी को जड़ से खत्म करने की क्षमता है। जिले में इस तरह के मेले का आयोजन कर लगभग 50 हजार टेस्ट करवाए गए है। मप्र पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि हमें आज योग से निरोग की ओर बढऩे के लिए कार्य करना चाहिए। सांसद डॉ ढालसिंह बिसेन ने कहा कि राज्यपाल द्वारा सिकलसेल एनीमिया को लेकर एक अभियान चलाया जा रहा है। हम लोग विकास की ओर बढऩे के साथ ही भोगी बन गए, जिसके कारण हमें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे बचने के लिए हमें आयुर्वेद की ओर आना होगा और इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना होगा।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल मंगुभाई पटेल के मंडला जिले से बालाघाट जिले की सीमा में प्रवेश करने पर ग्राम खैरलांजी में जिले के जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। परसवाड़ा महाविद्यालय पहुंचने पर राज्यपाल को गार्ड ऑफ आनर दिया गया और बैगा नृत्य के साथ उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिपं प्रधान रेखा बिसेन, पूर्व विधायक भगतसिंह नेताम, रमेश भटेरे, बालाघाट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आशुतोष राय, कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा, एसपी समीर सौरभ सहित अन्य मौजूद थे।

राज्यपाल ने आवास के हितग्राहियों, सिकलसेल के मरीजों से किया संवाद
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