रंममंच की भव्यता संगीतकारों का आपसी समन्वयन बहुत ही उत्तम कोटी का था। जिसका पूरा श्रेय मधु हरपाल एवं उनके साथी प्रमोद शुक्ला को दिया गया। मंच पर आधुनिक वाद्य यंत्र एवं एलईडी पर्दे पर गानों के साथ उनके वास्तविक दृश्यों का प्रर्दशन अत्यंत आर्कषक रहा। जिससे दर्शक गीत के उस समय काल में पहुंच गए और उस समय के फिल्मी कलाकारों को देख रोमांचित हो गए जब उन्होंने पर्दे पर स्व. संजीव कुमार, राजेन्द्र कुमार, किशोर कुमार, राजकुमार, शशि कपूर, शम्मी कपूर एवं दिलीप कुमार को देखा कि वह दिन याद आ गए कि कला के क्षेत्र के ये कलाकार कि हर फिल्म सिल्वर जुबली मनाती थी। शाम 7.30 बजे से प्रारंभ यह कार्यक्रम रात 11.30 बजे तक चलता रहा।