scriptतीन वर्ष पूर्व गिरा आवास, अब दूसरे के मकान में कर रहे निवास | Housing collapsed three years ago, now dwelling in other's house | Patrika News

तीन वर्ष पूर्व गिरा आवास, अब दूसरे के मकान में कर रहे निवास

locationबालाघाटPublished: Aug 13, 2019 09:34:31 pm

Submitted by:

Bhaneshwar sakure

पीडि़ता ने जनसुनवाई में अधिकारियों को सुनाई व्यथा, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिए जाने की लगाई गुहार

balaghat

तीन वर्ष पूर्व गिरा आवास, अब दूसरे के मकान में कर रहे निवास

बालाघाट. बालाघाट तहसील के ग्राम लिंगा निवासी रामवती बाई चुरहे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिए जाने की मांग की है। मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर पीडि़ता ने अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत कराया। वहीं आवास योजना का लाभ दिलाए जाने की मांग की है। पीडि़ता ने बताया कि उसके पति की 2000 में मृत्यु हो गई है और उसे पालने वाले बेटे की 2011 में मृत्यु हो गई है। उसका एक बेटा मंद बुद्धि है और वह उसके साथ रहता है। वह बहुत गरीब है और उसका मकान 2016 में गिर गया है। जिसके कारण उसे दूसरे के घर में रहना पड़ रहा है। उसने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ शीघ्र दिलाए जाने की मांग की है। विदित हो कि मंगलवार को कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई का आयोजन किया गया था। इस जनसुनवाई में ७५ आवेदकों की समस्याओं को अधिकारियों ने सुना और संबंधित अधिकारियों को उसका निराकरण किए जाने के निर्देश दिए।
जनसुनवाई में नेहा राहंगडाले शिकायत लेकर आई थी कि उसका चयन हाई स्कूल खारी लालबर्रा में संस्कृत विषय के अतिथि शिक्षक के लिए हुआ था और उसने 11 जुलाई 2019 से 13 दिनों तक शाला में बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया है। लेकिन शाला के प्राचार्य ने उसे 23 जुलाई को बिना किसी सूचना के अतिथि शिक्षक की सेवा से हटा दिया है और उसके स्थान पर किसी और को अतिथि शिक्षक बना दिया है। पीडि़ता ने मांग की है कि उसे किसी अन्य शाला में अतिथि शिक्षक बनाया जाए। इसी प्रकार ग्राम भालवा का उत्तम पटले शिकायत लेकर आया था कि उसने 13 जुलाई से माध्यमिक शाला सुसवा में 16 दिन तक गणित विषय के अतिथि शिक्षक का कार्य किया है। शाला के प्रधान पाठक द्वारा उसे 31 जुलाई को बिना किसी कारण के शाला से निकाल दिया गया है। उसे षडयंत्र पूर्वक शाला से निकाला गया है। उसने पुन: माध्यमिक शाला सुसवा में अतिथि शिक्षक के पद पर यथावत रखे जाने की मांग की है।
जनसुनवाई में लालबर्रा तहसील के ग्राम अतरी के ग्रामीण शिकायत लेकर आए थे कि उनकी पंचायत के सरपंच एवं सचिव द्वारा पंचायत के कार्यों में भारी अनियमितता की जा रही है और शासकीय राशि का दुरूपयोग कर गबन किया जा रहा है। पंचायत के कार्य गुणवत्ताहीन हो रहे हैं और लागत से अधिक राशि का आहरण किया जा रहा है। सरपंच -सचिव द्वारा अपने सगे संबंधियों के नाम से बिल बनाकर राशि का आहरण किया जा रहा है। सामुदायिक भवन के पास शाला का एक अतिरिक्त कक्ष बनाया गया है और एक ही कार्य को दो कार्य बताकर राशि का आहरण किया गया है। उसने इस मामले की जांच कर दोषी लोगों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
जनसुनवाई में ग्राम कुकड़ा का समारू शिकायत लेकर आया था कि उसने 25 जनवरी को गुडरू सोसायटी में अपना धान बेचा है, लेकिन उसे अब तक भुगतान नहीं मिला है। ग्राम कुकड़ा का ही कन्हैया शिकायत लेकर आया था कि उसका माह जुलाई का बिजली बिल 11 हजार 865 रुपए आया है। माह जून में 206 रुपए आया था। वह गरीब है और उसका बिल खपत से बहुत अधिक आया है। उसने बिजली का बिल सुधारे जाने की मांग की है।
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