रेत खदानों से प्रतिदिन सैंकड़ों ट्राली रेत की चोरी
बालाघाटPublished: Jun 19, 2020 09:15:48 pm
राजस्व एवं खनिज विभाग की अनदेखी विभिन्न स्थानों पर की जा रही भंडारित
रेत खदानों से प्रतिदिन सैंकड़ों ट्राली रेत की चोरी
कोचेवाही. जिले में रेत के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने में खनिज व राजस्व विभाग पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। प्रतिदिन कोचेवाही, नरोड़ी के नारवांजपार आदि स्थानों से बहने वाली नदी से सैकड़ों ट्रेक्टर ट्राली रेत की चोरी की जा रही है। लेकिन एक भी जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहा है। बताया गया कि इन स्थानों पर एक भी स्थान पर रेत घाट स्वीकृत नहीं है। बावजूद इसके दिन दहाड़े अवैध उत्खनन एवं परिवहन हो रहा है। ऐसे में शासन को राजस्व नुकसान के साथ ही बड़े ओवर लोड वाहनों के आवागमन से सड़कें भी खराब हो रही है।
स्थानीय ग्रामींणों के अनुसार वारासिवनी मुख्यालय से महज 15 किमी दूर कोचेवाही से बहने वाली नदी के समीप राजस्व की जमीन पर बिना अनुमति के अवैध रूप से रेत का भंडारण किया जा रहा है। वहीं नारवांजपार के खनन माफियाओं के द्वारा ग्राम के पास से बहने वाली चनई नदी की रेत का अवैध कारोबार भी बेधड़क चालू है और खनिज राजस्व एवं पुलिस विभाग के द्वारा जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामींणों ने बताया कि रेत कारोबारी बिना नंबर लिखे ट्रेक्टर वाहनों से रेत का परिवहन करवा रहे हैं। शुरू में रात के अंधेरे में अवैध खनन व परिवहन किया जाता था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से अब दिन में भी खनन व परिवहन का खेल शुरू कर दिया गया है। बड़ी मात्रा में रेत निकालने के बाद आस पास ही बड़ी मात्रा में रेत डंप की जा रही है। ताकि बारिश के दिनों में डंप रेत को अधिक दामों में विक्रय की जा सकें। ग्रामींणो के अनुसार जानकारी देने के बावजूद अधिकारी कार्रवाई न कर अवैध खनन को मौन संरक्षण दे रहे हैं।
वर्सन
यदि रेत का अवैध डम्प रखा हुआ है, तो उसकी जांच कराई जाएगी। अभी क्षेत्र के रेत घाटो से रेत खनन की अनुमति नहीं है। हम दिखवाते हैं।
राजेंद्र टेकाम, तहसीलदार वारासिवनी