मात्र 08 माह की बच्ची हर्षिता जन्म के बाद ही मस्तिष्क में पानी भरने की जटिल बीमारी हाइड्रोसेफलस से ग्रसित हो गई थी। इस बीमारी के कारण उसका सिर बड़ा होते जा रहा था।
गरीब माता-पिता को समझ नहीं आ रहा था, बच्ची को क्या हो गया है और वे उसका उपचार भी नहीं करा पा रहे थे, लेकिन अब हर्षिता का इंदौर के अस्पताल में सफल ऑपरेशन हो गया है और वह स्वस्थ्य हो गई है। ऑपरेशन के बाद अब हर्षिता का सिर भी अब सामान्य बच्चों की तरह हो गया है। हर्षिता के माता-पिता के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं है।

हर्षिता को मिली नई जिंदगी
सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडेय ने बताया कि जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आठ माह की बच्ची हर्षिता राजपूत पिता मोहन राजपूत निवासी गर्रा मशीन टोला ब्लॉक लालबर्रा का सफल ऑपरेशन कराया गया। इस बच्ची के ऑपरेशन के लिए 20 हजार रुपए की राशि आरबीएसके से उपलब्ध कराई गई है। बच्ची के माता-पिता गरीबी के कारण इतनी बड़ी राशि खर्च करने में सक्षम नहीं थे, लेकिन अब वे काफी खुश हैं और कहते हैं कि उन्हें भी बच्ची हर्षिता के साथ नई जिंदगी मिल गई है।
इंदौर में हुआ ऑपरेशन
डॉ. उपलप की सलाह पर बच्ची हर्षिता के माता पिता ने तत्परता दिखाते हुए उसके दूसरे ही दिन जिला अस्पताल में संचालित डीआईसी में पहुंचे। अपनी बच्ची का पंजीयन कराया। जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक ने बच्ची को तत्काल उपचार के लिए इंदौर के सेवालय हॉस्पिटल में रेफर किया गया और वहां से 20 हजार रुपए का प्राक्कलन प्राप्त करने के उपरांत उस बच्ची का अप्रूवल दिया जाकर उसकी नि:शुल्क सर्जरी कराई गई। इंदौर के सेवालय हास्पिटल में ऑपरेशन के बाद बच्ची के माता और पिता दोनों बहुत खुश हैं। बच्ची हर्षिता पूर्ण रूप से स्वस्थ है और उसे किसी प्रकार से कोई परेशानी नहीं है। बच्ची के माता पिता आज 20 जुलाई को डीआइसी में पहुंचे थे और आरबीएसके स्टाफ डीइआइसी स्टाफ एवं समस्त वरिष्ठ अधिकारियों को धन्यवाद दिया और अपनी खुशी जाहिर करते हुए खुशी-खुशी घर चले गए।
डॉ. उपलप की टीकाकरण के दौरान पड़ी थी नजर
जिला टीकाकरण अधिकारी एवं जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक आरबीएसके डॉ परेश उपलप लगभग एक माह पहले गर्रा मशीन टोला में बच्चों के नियमित टीकाकरण सत्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इसी दौरान बच्ची हर्षिता का टीकाकरण कराने उसकी मां लेकर आई थी। जैसे ही उस बच्ची पर नजर पड़ी तो डॉ. उपलप ने उसे देखा और पाया कि बच्ची का सिर दिन ब दिन बढ़ते जा रहा है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. उपलप ने बच्ची की माता को बताया कि बच्ची को हाइड्रोसेफलस की बीमारी है और इसमें मस्तिष्क में पानी भरने के कारण सिर बड़ा होते जाता है। उन्होंने बच्ची की माता को डीइआइसी बालाघाट में पंजीयन कराकर उपचार कराने की सलाह दी और बताया कि बच्ची आपरेशन के बाद ठीक हो जाएगी।