थाना क्षेत्रों में 10-10 अपराधी चिन्हित करने के निर्देश
बालाघाटPublished: Jul 08, 2020 09:19:19 pm
कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने पुलिस, राजस्व अधिकारियों की हुई बैठक
थाना क्षेत्रों में 10-10 अपराधी चिन्हित करने के निर्देश
बालाघाट. जिले में कानून व्यवस्था को पहले की तुलना में और बेहतर बनाने व सभी तरह के अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण रखने के लिए पुलिस लाइन बालाघाट के सभागार में पुलिस व राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी। बालाघाट जोन के पुलिस महानिरीक्षक केपी व्यंकटेश्वर राव की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक उप महानिरीक्षक अनुराग शर्मा, कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह, शिवगोविंद मरकाम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सभी एसडीएम, सभी एसडीओपी, सभी तहसीलदार और सभी थाना प्रभारी उपस्थित थे।
बालाघाट जोन के पुलिस महानिरीक्षक केपी व्यंकटेश्वर राव ने बैठक में सभी अधिकारियों से कहा कि शासन ने हमें अधिकार दिया है कि हम कानून का सही तरीके से पालन कराएं और लोगों के साथ अन्याय न होने दें। हमें अपने कार्यों से जन सामान्य को न्याय दिलाना है। हम सबका दायित्व है कि समाज में अपराध न हो और किसी के साथ अन्याय न हो। अपने कार्यों की हम सतत समीक्षा करते रहें और पहले की तुलना में हमेशा बेहतर करने का प्रयास करें। कोरोना संकट के दौरान सभी अधिकारियों ने बहुत अच्छा कार्य किया है और अपने तरीके से प्रवासी मजदूरों की मदद कर मानवीय संवेदनाओं का परिचय भी दिया है। अब लॉकडाउन को खोला जा रहा है तो जिले में अपराधों के बढऩे की संभावना है। हमें और सर्तक होकर कार्य करने की जरूरत है। सभी अधिकारी सुरक्षात्मक उपायों पर अधिक ध्यान दें और प्रोएक्टीव होकर काम करें। इससे बड़े-बड़े अपराधों को घटित होने से रोका जा सकता है। कोई भी घटना हो तो पुलिस को घटना स्थल पर त्वरित पहुंचना चाहिए और कानून सम्मत कार्रवाई करना चाहिए।
पुलिस महानिरीक्षक राव ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि वे अपने क्षेत्र का सतत भ्रमण करें और जनता से सीधा संवाद बनाएं रखें। अपने क्षेत्र जुआ, सट्टा, चोरी, अवैध खनन, अतिक्रमण, गौकशी, धार्मिक विवाद, महिला अपराध न होने दें। आपराधिक तत्वों पर एनएसए और जिला बदर की कार्रवाई करें। इसी प्रकार चिटफंड कंपनियों और ऑनलाइन, एटीएम में ठगी करने वालों पर कार्रवाई करें। अधिकारी रात्री गश्त भी करें। राजस्व, पुलिस अधिकारी आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें। बैठक में पुलिस और राजस्व अधिकारियों से कहा गया कि वे प्रत्येक थाना क्षेत्र में 10-10 अपराधियों को चिन्हित करें। ऐसे अपराधी या तो जेल में रहेंगें या उन पर जिला बदर की कार्रवाई की जाएगी। अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबंधात्मक धारा 107, 116 के तहत कार्रवाई करें। वाहन दुर्घटना होने पर चालक के लायसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई करें। सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि वहां पर कोई भी चिटफंड कंपनी न चल रही हो। यदि ऐसी कोई कंपनी पाई जाए जो कम समय में राशि दोगुनी करने का लालच देकर लोगों से राशि जमा करा रही हो तो उस कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई करें। ऐसी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को आम जन से धोखाधड़ी करने में शामिल माना जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी थाना प्रभारियों, क्षेत्र के राजस्व अधिकारियों को इस आशय का प्रमाण पत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में कोई चिटफंड कंपनी काम नहीं कर रही है।
बैठक में अधिकारियों से कहा गया कि वे जिले में अवैध रेत, मैंगनीज के खनन को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करें। रेत ठेकेदारों को वैध खदानों से ही खनन करने दें। अधिकारी जब भी रेत घाट जाएं तो पर्याप्त सुरक्षा बलों के साथ जाएं। जिले में अमानक खाद्य एवं बीज विक्रय करने वालों पर एफआईआर दर्ज कराएं। सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में महापुरूषों की मूर्तियों के साथ तोड़-फोड़ या अन्य कोई अप्रिय अप्रिय घटना न होने दें। थाना प्रभारी अपने क्षेत्र के एटीएम का भी सतत निरीक्षण करते रहें और देखें कि वहां की मशीन में कहीं कार्ड की क्लोनिंग डिवाइस तो नहीं लगी है। इसी प्रकार व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, बैंक आदि के सीसीटीव्ही चालू है या नहीं इस पर भी नजर रखें।
पुलिस उप महानिरीक्षक अनुराग शर्मा ने बैठक में सभी थाना प्रभारियों से कहा कि वे नियमित अंतराल पर अपने थाने में बलवा ड्रील करके देखें कि उनका सभी सिस्टम ठीक से काम कर रहा है या नहीं। कलेक्टर दीपक आर्य ने सभी एसडीएम से कहा कि वे जनपद सीईओ, थाना प्रभारी के साथ क्षेत्र के सरपंचों की बैठक लेकर क्षेत्र में बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी प्राप्त करने के लिए सूचना तंत्र विकसित करें। सभी अधिकारी अपने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का संयुक्त भ्रमण कर लें। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने जिले के सभी थानों में घटित विभिन्न अपराधों व कार्रवाई की जानकारी प्रोजेक्टर पर प्रदर्शित की और थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे अपराध नियंत्रण में अपने थाने का रिकार्ड पहले से बेहतर बनाने के लिए कार्य करें।