किसानों की समस्याएं बनेगा मुद्दा
बालाघाटPublished: Sep 07, 2018 09:43:19 pm
भाजपा, कांग्रेस को बसपा और सपा देगी टक्कर
किसानों की समस्याएं बनेगा मुद्दा
भानेश साकुरे
बालाघाट. जिले में अभी से विधानसभा चुनाव की हलचल दिखाई देने लगी है। सत्तारुढ़ भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ अन्य दलों के नेता चुनाव को लेकर सक्रिय हो गए है। भाजपा जहां सरकार की योजनाओं का बखान कर रही है। वहीं कांग्रेसी व अन्य दलों के नेता भ्रष्टाचार, बढ़ते अपराध, किसानों की समस्या, मुलभूत समस्याएं, महंगाई सहित शासन की जनविरोधी नीतियों को लेकर जनता के बीच में जा रहे हैं। लांजी सीट के आदिवासी अंचलों में विकास कार्य नहीं होना सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। वहीं कटंगी सीट पर किसानों को फसल बीमा की राशि, कर्ज माफी नहीं होना मुख्य मुद्दा बन रहा है। किसानों की इस समस्या को लेकर सभी नेता सक्रिय हो गए।
लांजी-किरनापुर : नक्सल समस्या बरकरार
जि ले की लांजी-किरनापुर सीट पर इस वर्ष त्रिकोणिय मुकाबला होने की संभावना है। यहां रोजगार की कमी, बिजली की समस्या, नक्सली उन्मूलन के नाम पर आदिवासियों का शोषण करना बड़ी समस्या बनी हुई है। हालांकि, इन समस्याओं को लेकर नेताओं की सक्रियता बनी हुई है, जो कि इस बार चुनावी मुद्दा भी बना रहेगा।
२०१३ के वोट
भाजपा- रमेश भटेरे- ४७३१८
कांग्रेस- हिना कावरे- ७९०६८
ये हैं चार मुद्दे
रोजगार की कमी, बिजली, योजनाओं का लाभ नहीं मिलना, मुलभूत समस्याएं।
मजबूत दावेदार
भाजपा-राजकुमार कर्राहे, रमेश भटेरे, गौरी उपवंशी।
कांग्रेस-हिना कावरे, अजय अवसरे
ये भी ठोक रहे ताल
बसपा- किशोर समरिते
आप- हीरालाल पांचे
दावेदारों की सक्रियता
लांजी में कांग्रेस की महिला विधायक है, जो कि लगातार सक्रिय है। वहीं कार्यक्रम आयोजनों के माध्यम से भाजपा नेताओं ने अपनी सक्रियता बरकरार रखी है। बसपा नेता किशोर समरिते भी लगातार आदिवासियों की समस्याओं को लेकर जनता के बीच में है।
चुनौतियां
लांजी सीट में नक्सलियों के साथ-साथ आदिवासियों की समस्याएं, बिजली की आपूर्ति नहीं होना सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसके अलावा पेयजल, लोगों को रोजगार नहीं मिलना और स्वास्थ्य सुविधाएं भी चुनावी मुद्दा बनेगा।
कटंगी: सूखा घोषित नहीं हो पाया क्षेत्र
कटंगी विधानसभा सीट में भाजपा विधायक है। इस क्षेत्र में किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाया है। किसानों को फसल बीमा की राशि नहीं मिल पाई है। किसानों ने आंदोलन भी किया था। इस सीट में अधूरे सड़क निर्माण, अल्प वर्षा के बाद भी क्षेत्र को सूखा घोषित नहीं किया जाना सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
२०१३ के वोट
भाजपा- केडी देशमुख- ५७२३०
कांग्रेस- विश्वेश्वर भगत- ३३२८८
ये हैं चार मुद्दे
किसानों की समस्याएं, क्षेत्र का सूखा घोषित नहीं होना, रोजगार, बिजली की समस्या।
मजबूत दावेदार
भाजपा-केडी देशमुख, बोधसिंह भगत, पूरन कुमार चौधरी, अंजू शर्मा।
कांग्रेस- केशर बिसेन, टामलाल सहारे, नीरज हीरावत।
ये भी ठोक रहे ताल
बसपा- उदय सिंह पंचेश्वर
सपा- महेश सहारेे
दावेदारों की सक्रियता
कटंगी में भाजपा विधायक है, जो सक्रिय है। कांग्रेस भी लगातार किसानों की समस्याओं को लेकर सक्रिय है। इसके अलावा अन्य दलों के नेता भी जनता के बीच अपनी सक्रियता बनाए रखे हुए है। चुनाव के नजदीक आते ही ये नेता और भी ज्यादा सक्रिय हो गए है।
चुनौतियां
कटंगी सीट में किसानों का मुद्दा सबसे बड़ी चुनौती है। यहां बड़े किसान आंदोलन भी हुए है। इसके अलावा रोजगार के साधन और बिजली आपूर्ति नहीं होना भी चुनावी मुद्दा बन रहा है।
इनका कहना है
पार्टी द्वारा अभी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है। स्क्रनिंग कमेटी द्वारा ही प्रत्याशियों के नाम तय किए जाएंगे। अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता।
– विश्वेश्वर भगत, जिला कांग्रेस अध्यक्ष
अभी पार्टी द्वारा किसी भी सीट के लिए प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए है। पार्टी के केन्द्रीय और प्रांतीय नेतृत्व द्वारा ही प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी।
-रमेश रंगलानी, जिला भाजपा अध्यक्ष