वचन पत्र को लेकर पल-पल रंग बदल रहीं कमलनाथ सरकार
बालाघाटPublished: Jan 28, 2019 01:15:02 pm
15 फरवरी से होगा कमलनाथ सरकार का घेराव, बालाघाट से होगी शुरूवात- पूर्व सीएम
वचन पत्र को लेकर पल-पल रंग बदल रहीं कमलनाथ सरकार
बालाघाट. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान गोंदिया से एक दिन के प्रवास पर रविवार को बालाघाट पहुंचे। बालाघाट की सीमा पर पहुंचते ही उनका रजेगांव, सालेटेका, नवेगांव, कोसमी एवं नगर के विभिन्न स्थानों पर जोरदार स्वागत हुआ। शिवराजसिंह चौहान ने जिला भाजपा कार्यालय में पहुंचकर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। इस दौरान प्रमुख रूप से भाजपा प्रदेश मंत्री कन्हईराम रघुवंशी, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष लता एलकर, जिलाध्यक्ष रमेश रंगलानी, सांसद बोधसिंह भगत, संभागीय संगठन मंत्री केशवसिंह भदौरिया, विधायक गौरीशंकर बिसेन, विधायक रामकिशोर कावरे, सिवनी विधायक मुनमुन राय, केवलारी विधायक राकेश पाल, प्रेम तिवारी, जिपं अध्यक्ष रेखा बिसेन, सहकारी बैंक अध्यक्ष राजकुमार रायजादा, डॉ योगेन्द्र निर्मल, केडी देशमुख, रमेश भटेरे, नपा अध्यक्ष अनिल धुवारे, मौसम हरिनखेरे, राजेश भाई चांवड़ा एवं विस्तारक डॉ नवल श्रीवास्तव उपस्थित रहें।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश में बहुमत न आने की जिम्मेदारी स्वयं लेते हुए बताया कि विस चुनावों में 41 प्रतिशत वोट हमकों मिलें जबकि कांग्रेस का वोट प्रतिशत 38 रहा। 29 लोकसभा सीटों में से भी 17 सीटों पर हमारी विजय हुई है। लेकिन अंकगणित का खेल कुछ इस प्रकार बैठा कि न हमें बहुमत मिला न कांग्रेस पार्टी को। ये जरूर है कि कांग्रेस को हमसे 6 सीटे ज्यादा मिली, लेकिन अभी भी सरकार बिना बहुमत की लंगडी सरकार है। यह सरकार अपने किए वादे और वचन पत्र को लेकर पल पल रंग बदल रहीं है। चाहे वह किसानों की कर्ज माफी हो, बेरोजगारी भत्ता, संबल कार्डधारकों का बिजली बिल या फसलों का भावंतर सभी मुद्दों पर कमलनाथ सरकार का रूख केवल और केवल प्रदेश की जनता को लोकसभा चुनाव तक गुमराह करना है।
१५ से विरोध प्रदर्शन
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी ने मप्र में आकर यह घोषणा की थी कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही 10 दिनों के भीतर यदि कर्ज माफी नहीं हुई तो हमारा मुख्यमंत्री इस्तीफा दे देंगा। एक अच्छे विपक्ष का काम सरकार को उसके वादे याद दिलाना और उसका पालन कराना होता है। हम हर पल सरकार को उसके वादे याद दिलाएंगे। भाजपा विरोध के लिए मैदान में उतरेंगी, जिसका शंखनाद 15 फरवरी को बालाघाट जिले से होगा। जिसमें किसानों, नौजवानों सहित जनता मैदान में उतरकर सरकार को उसके वादे याद दिलाएगी।