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परिजनों ने सड़क पर शव रखकर किया प्रदर्शन

locationबालाघाटPublished: Sep 21, 2018 08:41:31 pm

Submitted by:

mukesh yadav

पुलिस अभिरक्षा के बाद युवक की संदेहास्पद मौत, पुलिस पिटाई के बाद मौत होने का लगाया आरोप
 

pradarshan

परिजनों ने सड़क पर शव रखकर किया प्रदर्शन

बालाघाट. मॉयल नगरी भरवेली के हीरापुर में एक युवक की संदेहास्पद स्थिति में मौत के बाद परिजनों ने सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप था कि पुलिस पिटाई के बाद युवक की मौत हुई है। इस कारण दोषी पुलिस कर्मियों पर वैधानिक कार्रवाई की जानी चाहिए वहीं उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए। जानकारी लगने पर मौके पर पूर्व नपा अध्यक्ष अनुभा मुंजारे, जनपद सदस्य भुरू पटेल, तबरेज खान व अन्य जनप्रतिनिधिगण भी पहुंच गए थे। जिन्होंने मृतक के परिजनों व ग्रामीणों की मांगों का समर्थन करते हुए ग्रामीणों का प्रदर्शन में साथ दिया। हालांकि करीब एक घंटे तक चले इस प्रदर्शन को पुलिस व प्रशासन ने उच्च अधिकारी से जांच के आश्वासन के बाद शांत करा लिया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान हीरापुर ग्राम में तनाव की स्थिति रही। युवकी मौत कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 21 सितंबर की सुबह महिला वंदना मेश्राम हीरापुर निवासी जो कि भुट्टा बेचने का भी कार्य करती हैं के द्वारा 100 डायल को सूचित कर बुलाया गया था। जिसमें महिला ने पुलिस को बताया था कि उसका पति रवि मेश्राम द्वारा शराब पीकर उसके साथ अभद्रता कर रहा हैं। सूचना पर 100 डायल पहुंची और विवाद कर रहे पति-पत्नी दोनों को भरवेली थाने लेकर आई। इसके बाद पुलिस ने विवाद को लेकर महिला से जानकारी लेना चाही थी कि इसी समय रवि मेश्राम ने सीने में दर्द होने की बात कहते हुए तड़पने लगा था। जिस पर पुलिस उसे तत्काल जिला अस्पताल लेकर गई। जहां पर चिकित्सक ने रवि को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अस्पताल पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई में मृतक की पत्नी, भाई व सरपंच सहित अन्य की बयान तैयार कर पीएम की कार्रवाई पूर्ण की और शव को परिजनों को सौंप दिया।
पिता व पड़ोसियों ने लगाए आरोप
रवि की मौत की जानकारी मिलने पर उसके पिता रूपचंद और काका भाई सहित पड़ोसियों हीरापुर मुख्य मार्ग में ही शव रखकर प्रदर्शन किया। इनका कहना था पुलिस ने उन्हें सूचना दिए बगैर कैसे पीएम कार्रवाई पूर्ण कर ली। इन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस पिटाई के चलते रवि को समस्या हुई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद मामले को दबाने के फेर में पुलिस ने रवि की पत्नी जो कि अलग रहती थी उसके बयान लेकर रवि का पीएम करवाकर मामले को ढांक के तीन पात कर दिया।
5 हजार की अंत्येष्टी सहायता राशि-
मामला शांत होने के बाद ग्राम पंचायत सरपंच पवन मरकाम ने मृतक के परिजनों को 5 हजार रुपए की अंत्येष्टी सहायता राशि प्रदाय की गई। बता देवें कि प्रदेश सरकार द्वारा संबल योजना में इस राशि का प्रावधान किया गया हैं। जिसमें परिवार के मुखिया या अन्य प्रमुख सदस्य की मौत पर पांच हजार रुपए की तत्काल अंत्येष्टी सहायता राशि प्रदाय की जाती हैं।
वर्सन
पुलिस द्वारा पीएम व अन्य कार्रवाई पूर्ण करने के बाद भी मुझे जानकारी नहीं दी गई थी। सिर्फ मृतक की पत्नी के आधार पर पूरी कार्रवाई पूर्ण की गई जो कि संदेहास्पद है। मेरे बेटा स्वस्थ्य था। अचानक से उसकी मौत कैसे हो सकती है। इस मामले की वरिष्ठ स्तर से जांच की जानी चाहिए।
रूपंचद मेश्राम, मृतक के पिता
जानकारी लगने पर हम मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस प्रताडऩा के बाद रवि की मौत हुई है। मामले में मजिस्ट्रिल जांच कर दोषी पुलिस वालों पर नियमानुसार धारा ३०२ के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं मृतक के परिजनों को २५ लाख मुआवजा दिया जाए।
अनुभा मुंजारे, पूर्व नपाध्यक्ष
मृतक की पत्नी की शिकायत पर ही पुलिस ने रवि व उसकी पत्नी को थाने लाया था। रवि नशे का आदि था जिसका पूर्व से ही स्वास्थ्य खराब रहा होगा। अचानक उसके सीने में दर्द शुरू हुआ। जिसे पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों द्वारा लगाए जा रहे आरोप निराधार है। मामले में वरिष्ठ स्तर से जांच कराई जा सकती है।
राजेश सिंह नरवरियां, थाना प्रभारी

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