जमीन तो मिली, लेकिन आज तक नहीं मिला मालिकाना हक
बालाघाटPublished: Mar 14, 2018 11:51:29 am
पुनर्वास योजना का दिलाया जाए लाभ, पूर्व महिला नक्सली ने सुनवाई व्यथा
बालाघाट. प्रशासन ने जमीन तो उपलब्ध कराई है, लेकिन आज तक उसे उसका मालिकाना हक नहीं दिया गया है। जमीन का पट्टा और शासन के आत्म समर्पण नीति का लाभ दिलाए जाने की मांग एक पूर्व महिला नक्सली ने की है। मंगलवार को यह महिला जनसुनवाई में पहुंची। अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम को अपनी समस्या बताई और योजना का लाभ दिलाए जाने की मांग की।
जनपद पंचायत बालाघाट अंतर्गत ग्राम पंचायत रट्टा के ग्राम भंडारखोह निवासी समला बाई पति नानसिंग उइके (४८) का कहना है कि उसने वर्ष १९९८ से मलाखंड दलम में शामिल हुई थी। २९ अगस्त २००८ को उसने शासन की आत्म समर्पण नीति के तहत समर्पण किया था। लेकिन उसे आज तक आत्म समर्पण नीति के तहत लाभ नहीं मिल पाया है। उसका कहना है कि उसके खिलाफ अलग-अलग थाना क्षेत्रों में १४ प्रकरण दर्ज थे। इन सभी मामलों में न्यायालय ने बरी कर दिया है। हालांकि, इस दौरान वह ढाई वर्ष तक जेल में निरुद्ध भी रही है। समला बाई का कहना है कि उसकी बहन कमला बाई भी दलम में थी। उसने भी आत्म समर्पण की थी। जिसे शासन की योजनाओं का लाभ मिल गया है। लेकिन उसे आज तक शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है।
आत्मसमर्पण के दौरान दिया था आश्वासन
पूर्व महिला नक्सली ने बताया कि जब उसने आत्म समर्पण किया था, जब उन्हें योजना का लाभ दिलाए जाने का आश्वासन दिया था। इस आश्वासन के तहत उसे जमीन तो दी गई, लेकिन उसे आज तक पट्टा भी नहीं दिया गया। आवास सहित अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराया गया। जबकि इसके लिए उसने अनेक बार आवेदन भी दिया, लेकिन आवेदन पर कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। उसने मांग की है कि उसे भूमि का पट्टा और शासन की योजना का लाभ दिलाया जाए।
इनका कहना है
पूर्व महिला नक्सली ने योजनाओं का लाभ दिए जाने की मांग को लेकर आवेदन दिया है। इसके आवेदन पर विचार किया जाएगा। शासन की नीति के अनुसार उसे लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
-शिवगोविंद मरकाम, अपर कलेक्टर, बालाघाट
रेलवे स्टेशन पर नेत्र बाधित दिव्यांगों के लिए ब्रेल लिपि युक्त सांकेतिक बोर्ड की सुविधा उपलब्ध
बालाघाट. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल द्वारा बालाघाट के रेलवे स्टेशन पर नेत्र बाधित दिव्यांग जनों के लिए ब्रेल लिपि युक्त सांकेतिक बोर्ड की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इस सुविधा के उपलब्ध हो जाने से नेत्र बाधित दिव्यांग सांकेतिक बोर्ड से बिना किसी की मदद के स्वयं ही ट्रेन संबंधी सूचनाएं प्राप्त कर सकेंगे। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर के मंडल रेल प्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन व वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अर्जुन सिब्बल के नेतृत्व से बालाघाट सहित नागपुर मंडल के सभी स्टेशनों में नेत्र बाधित दिव्यांग जनों के लिए ब्रेल लिपि युक्त सांकेतिक बोर्ड की सुविधा प्रदान की गई है। बालाघाट रेल्वे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक एचएल कुशवाहा ने बताया कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का नागपुर मंडल यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधाएं देने में सदैव तत्परता के साथ कार्य कर रहा है और इसका लाभ यात्रियों को मिल भी रहा है।