इमानदार, जिम्मेदार जनप्रतिनिधि का निर्वाचन करने के लिए ली शपथ
बालाघाटPublished: Nov 15, 2018 05:10:22 pm
पत्रिका जागो जनमत रथ पहुंचा बालाघाट के लालबर्रा क्षेत्र
इमानदार, जिम्मेदार जनप्रतिनिधि का निर्वाचन करने के लिए ली शपथ
बालाघाट. पत्रिका जागो जनमत रथ ने बालाघाट विधानसभा क्षेत्र के लालबर्रा का भ्रमण किया। लालबर्रा मुख्यालय वृहताकार सोसायटी के सामने में लोगों को मतदान करने की शपथ दिलाई गई। सभी ने पत्रिका के पहल की सराहना की और कहा कि जनता क्षेत्र का विकास चाहती है, हर समस्याओं का निदान चाहती है। इस क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं है। सरकारी अस्पताल के हाल किसी से छुपे नहीं हैं। अस्पताल में डॉक्टर नहीं है। नर्सों के भरोसे अस्पताल का संचालन हो रहा है। उद्योग धंधों की कमी के चलते रोजगार नहीं मिल पा रहा है। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना एक चुनौती है। खिलाड़ी अच्छी सुविधाओं से महरूम हैं। इसके अलावा बुजुर्गोंए महिलाओं एवं बच्चों के लिए भी सुविधाएं चाहिए ताकि वह अपने व्यक्तित्व को निखार सकें। कुछ ऐसी व्यवस्था अपने शहर में हो कि हर वर्ग के लोग अपनी प्रतिभा का आंकलन कर व्यवस्था के माध्यम से शहर, राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें। लोगों ने कहा कि उनकी इच्छा है कि सरकार ऐसी हो जो इमानदार, जवाबदेह हो। जाति-धर्म एवं विशेष वर्ग के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण क्षेत्र का विकास करे। हर वर्ग के लिए योजना लाए। बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था के अलावा युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए। अंत में सभी ने ईमानदार, समझदार और जवाबदेह प्रतिनिधि चुनने और मतदान के लिए परिजनों और मित्रों को भी प्रेरित करने का संकल्प लिया। अंत में सभी ने पत्रिका जनादेश अभियान के तहत ईमानदार, जवाबदेह वाली सरकार चुनने और दूसरों को भी जागरूक करने का संकल्प लिया।
प्रश्न-आपके यहां सरकारी अस्पताल, सरकारी स्कूल और सुरक्षा की क्या स्थिति है।
उत्तर-सचिन चंदेश्वर-लालबर्रा में सभी प्रकार की सरकारी व्यवस्थाएं काफी दयनीय स्थिति में है। अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं है। नर्सों के भरोसे अस्पताल का ंसंचालन हो रहा है। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। सुरक्षा व्यवस्था भी बेपटरी है।
प्रश्न-जनप्रतिनिधि की सक्रियता कितनी है। उनकी किस तरह की भूमिका होनी चाहिए।
उत्तर-प्रकाश राउत- जैसे ही चुनाव आता है, वैसे ही नेताओं की भरमार हो जाती है। नेताओं द्वारा चुनाव पूर्व अपने पक्ष में मतदान करने के लिए बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं। लेकिन वादों पर अमल नहीं करते। जिसके चलते समस्या का निदान नहीं हो पाता है।
प्रश्न- जात-पात की राजनीति का क्या नुकसान होता है? इसके खात्मे के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए।
उत्तर-प्रशांत मसीरकर-जात-पात की राजनीति से सबसे बड़ा नुकसान जनता का होता है। योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। जात-पात की राजनीति को खत्म करने के लिए सभी को समान नजरिए से देखना होगा। तभी उसका खात्मा हो सकता है।
प्रश्न-पार्टियां चुनावों में घोषणाएं करती हैं, पर मुकर जाती है। सिस्टम को कैसे ठिक किया जा सकता है?
उत्तर-संतोष निकोसे-आम मतदाताओं को विधानसभा चुनाव में अच्छा जनप्रतिनिधि चुनना चाहिए। ताकि वो निर्वाचित होकर वादों से न मुकर सकें। इसके साथ-साथ जो पार्टियां मुकर जाती है, उसका जड़ से खात्मा करना चाहिए।