बाघ को पकडऩे जंगल में रखे गए पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ
पिंजरे में कैद तेंदुए को वन विभाग ने घने जंगल में छोड़ा
कंजई भांडाममुर्री के जंगल में विभाग द्वारा रखा गया था पिंजरा
बालाघाट
Published: April 26, 2022 09:43:35 pm
बालाघाट/ लालबर्रा. वन विकास निगम परिक्षेत्र लालबर्रा अंतर्गत आने वाले ग्राम भांडामुर्री के जंगल में बाघ को पकडऩे के लिए वन विभाग द्वारा रखे गए पिंजरे में तेंदुआ कैद हो गया। सोमवार की रात्रि में वन विभाग ने पिंजरे में कैद तेंदुए को घने जंगल में ले जाकर छोड़ दिया है। वहीं फिर से पिंजरे को जंगल में लगाया गया है। दरअसल, मौजूदा समय में उस क्षेत्र में दो-दो तेंदुओं की चहलकदमी बनी हुई है। जिसमें से एक तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया है। वहीं दूसरा तेंदुआ अभी भी विचरण कर रहा है।
जानकारी के अनुसार भांडामुर्री में बीते दिनों बाघ के हमले से एक व्यक्ति गंभीर रुप से घायल हो गया था। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। वहीं आमजन की सुरक्षा के मद्देनजर वन विकास निगम के द्वारा बाघ को पकडऩे पिंजरा लगाया गया था और विभाग द्वारा वन से सटे ग्रामों के नागरिकों को मुनादी के जरिए जंगल न जाने की अपील की गई थी। बाघ की हलचल से ग्रामीण परेशान देखे जा रहे थे। अंतत: वन विकास निगम द्वारा लगाए गए पिंजरे में वन्य प्राणी तेंदुआ फंस गया। सोमवार की रात्रि करीब ८ बजे तेंदुआ पिंजरे में फंसा था। गुलबाग पिंजरे में कैद की सूचना मिलते ही वन विकास निगम के आला अधिकारी व कर्मचारी मौका स्थल पर पहुंचे। तेंदुआ को देखने अनेक लोगों का हुजूम मौके पर था, लेकिन वन विभाग द्वारा उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। विभागीय जानकारी के अनुसार पकड़े गए तेंदुआ को नए क्षेत्र के घने जंगल मे छोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि भांडामुर्री स्थित कछार के आसपास हिंसक जानवर कि आवाज भी सुनी गई। जिसके चलते विभाग द्वारा आमजन की सुरक्षा को लेकर कैमरे के माध्यम से हिंसक वन्य जीवों की निगरानी की जा रही है। साथ ही वन विभाग द्वारा मुनादी के माध्यम से आमजन को जंगल न जाने की अपील भी की जा रही है। ताकि कोई अन्य ग्रामीण हिंसक वन्य जीव का शिकार न हो सकें।
इनका कहना है
कंजई भांडामुर्री में वन विभाग द्वारा बाघ को पकडऩे रखे गए पिंजरे में एक तेंदुआ कैद हुआ है। जबकि एक तेंदुआ अभी विचरण कर है। पिंजरे में कैद हुए तेंदुए को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है। दूसरे तेंदुए की मूवमेंट भी उसी स्थान से मिल रही है जिसे सुरक्षित कैद करने के लिए फिर से पिंजरा लगाया जा रहा है।
-ज्योत्सना खोबरागड़े, रेंजर, लामता परियोजना मंडल बालाघाट

बाघ को पकडऩे जंगल में रखे गए पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
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