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बालाघाट

नेकी की दीवार पर लगा ताला

आम जनता से नहीं मिला अपेक्षित सहयोग-

बालाघाटApr 22, 2018 / 05:45 pm

mukesh yadav

neki ki diwar
बालाघाअ. नगर परिषद् कटंगी ने करीब 4 महीने पहले एक पहल करते हुए शहर के बस स्टैंड स्थित नवीन शांपिग काम्प्लेक्स की दुकान क्रमाक 8 में 18 दिसबंर 2017 को नेकी की दीवार का शुभारंभ करवाया था। सांसद बोधसिंह भगत, विधायक केडी देशमुख ने फीता काटकर नेकी की दीवार को शुरू किया। आज ठीक 4 महीने बाद इस नेकी की दीवार का शटर बंद कर ताला लगा दिया गया है। दरअसल, लोगों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के कारण इसे बंद करना पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि जरूरतमंदों की मदद के लिए नेकी की दीवार की स्थापना की गई थी। लेकिन सहयोग के अभाव में यह दीवार अनुपयोगी साबित हुई। इस दीवार पर बीते 100 दिनों से ताला लगा हुआ है। जो जरुरतमंद लोग नेकी की दीवार से सामान लेने आते हैं वह यहां ताला लगा देख निराश होकर लौट जाते हैं।
गौरतलब है कि नेकी दीवार का उद्घाटन करते हुए जनप्रतिनिधियों ने जनसामान्य से अपील की थी कि यदि उन सबके पास कोई वस्तु जरूरत से अधिक है, तो उसे नेकी की दीवार पर टांगा जाएं, जिसे गरीब और जरुरतमन्द लोग नि:शुल्क ले सकंेगे। जिन सामग्री की बात की गई थी उनमें पुराने पहनने, ओढऩे, बिछाने के कपड़े, किताबें, खिलौना, बर्तन, फर्नीचर आदि शामिल थी। जिनका वह प्रयोग नहीं कर रहे हो और वह शहर के जरूरतमंदों के काम आ जाए। बहरहाल शुरुआती दिनों में सक्षम लोगों ने दीवार पर बहुत से कपड़े लाकर रखे। लेकिन बाद के दिनों में इस दीवार से लोगों का मोहभंग हो गया और सामग्री आना बंद हो गई।
जल संरक्षण के लिए किया जागरूक
कटंगी। मप्र जन अभियान परिषद् के तत्वाधान में मानस एक अनुपम प्रयास संस्था के द्वारा ग्राम देवथाना में जल संरक्षण के लिए जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों को गर्मी के मौसम में पेयजल संकट से कैसे बचा जा सकता है तथा इसके लिए स्थानीय स्तर पर किन प्रकार के प्रयासों की आवश्यकता है इस बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। वहीं दीवारों पर ‘जल है तो कल हैÓ, ‘जल बनाया नहीं जा सकता, बचाया जा सकता हैÓ जैसे प्रेरणादायी स्लोगन लिखे गए। इसके अलावा पेड़ों में जगह-जगह पक्षियों के लिए जलपात्र बांधे गए। संस्था पदाधिकारियों ने कहा कि उनके द्वारा चलाया जा रहा जागरुकता कार्यक्रम गांव-गांव में चलाया जाएगा। इस मौके पर ब्लॉक समन्वयक मोनिका चौरसिया, सचिव आलोक डोगरें, प्रियांश राऊत, अंजु डोगरे, शालु, शिव बिसेन एवं अन्य ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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